पिथौरागढ़: मानसून में हिमस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से लगे पड़ोसी देश नेपाल के अछाम जिले के तुर्माखांद भूल गांव में पहाड़ी दरक कर एक मकान पर जा गिरी। मलबे में दब कर एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई । मलबे में दबी वृद्धा को बचाव दल ने घायलावस्था में निकाल कर अस्पताल पहुंचाया।
रविवार रात एक बजे हुआ भूस्खलन
नेपाल के अछाम जिला प्रहरी कार्यालय के डीएसपी नारायण डांगी ने बताया कि रविवार की रात एक बजे के आसपास जिले के तुर्माखांद भूल गांव में भारी भूस्खलन हुआ। इस दौरान पहाड़ से गिरी चट्टान और मलबा अमर बिष्ट के मकान पर गिरा। मलबे में दब कर अमर बिष्ट की भाभी हरिकला बिष्ट 45 वर्ष , भाई विरेंद्र बिष्ट और भतीजा संविधान बिष्ट की मलबे में दब कर मौत हो गई ।
तीन स्वजनों संग सात जानवरों की भी मौत
अमर की मां नैना बिष्ट 65 वर्ष मलबे में दबी थी। सूचना मिलते ही बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गया था। बचाव दल ने नैना बिष्ट को मलबे से जिंदा निकाल कर अस्पताल में भर्ती किया। उन्होंने बताया कि अमर बिष्ट रविवार को किसी कार्य से गांव से बाहर गया था जिसके चलते उसकी जान बच गई। इस हादसे में मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। मलबे में अमर बिष्ट के सात जानवरों की भी मौत हो चुकी है।
भूस्खलन के लिहाज से पिथौरागढ़ भी संवेदनशी
भूस्खलन के लिहाज से पिथौरागढ़ भी काफी संवेदनशील है। बीते सालों में धारचूला, बंगापानी, मुनस्यारी समेत जिले भर में भूस्खलन की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन हादसों में जनाहानि के साथ संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा हैं।