पिथौरागढ़। जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में शहीद उत्तराखंड पिथौरागढ़ के दो जवानों का पार्थिव शरीर रविवार को दोपहर करीब दो बजे सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से पहुंचा। पार्थिव शरीर को पहले विशेष विमान से बरेली लाया गया। उसके बाद सेना के हेलीकॉप्टर से गंगोलोहाट तहसील नाली गांव के शहीद नायक शंकर सिंह मेहरा का पार्थिव शरीर दशाईथल हैलीपैड लाया गया। जबकि मुनस्यारी तहसील के नापड़ गांव निवासी शहीद हवलदार गोकर्ण सिंह चुफाल का पार्थिव शरीर नाचनी में बने हैलीपैड पर उतारा गया। हेलीपैड से सेना के ही वाहन से दोनों जवानों को बाई रोड उनके गांव ले जाया जा रहा है। गांव में कुछ देर पार्थिव शरीर का दर्शनार्थ रखा जाएगा। उसके बाद शहीद नायक शंकर सिंह मेहरा का सैनिक सम्मान के साथ रामेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। जबकि शहीद हवलदार गोकर्ण सिंह चुफाल का अंतिम संस्कार नाचनी के रामगंगा और भुजगड़ नदी संगम पर किया जाएगा।
उड़ी सेक्टर में शहीद हुए है दोनों जवान
शुक्रवार को पाकिस्तान ने बारामूला जिले के उरी सेक्टर में फायरिंग की। भारतीय सेना के जवानों ने इसका मुंहतोड़ जबाव दिया। पाक फायरिंग में चार सैनिक घायल हो गए थे। घायलों को सेना ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां देर सायं इलाज के दौरान दो सैनिकों ने दम तोड़ दिया। दोनों शहीद जवान पिथौरागढ़ जिले के हैं। 21 कुमाऊं रेजिमेंट में तैनात गंगोलीहाट के नाली गांव निवासी 30 वर्षीय शंकर सिंह मौरा और मुनस्यारी के नापड़ गांव निवासी 40 वर्षीय हवलदार गोकर्ण सिंह चुफाल शामिल हैं। गोकर्ण सिंह चुफाल कारगिल युद्ध 1999 में थल के गोचर में सेना की कुमाऊं रेजीमेंट की 21 बटालियन में भर्ती हुआ था। दोनों जवानों की शहादत की खबर मिलते ही उनके परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।
बरेली से पहुंच शहीद गोकर्ण सिंह का परिवार
शहीद गोकर्ण सिंह चुफाल का परिवार इस समय बरेली में रहता है। जहां उनके दो बच्चे आर्मी स्कूल में पढ़ते हैं। बरेली से पत्नी, पुत्र और पुत्री के शनिवार देर रात तक गांव पहुंचा। उधर, गंगोलीहाट के नाली गांव में शहीद शंकर सिंह के घर पर कोहराम मचा हुआ है। शहीद की मां और पत्नी इस खबर को सुनने के बाद से बेहोश हैं। विधायक मीना गंगोला सहित राजस्व टीम शहीद के घर पर पहुंच चुकी है। शहीद जवानों के पार्थिव शरीर के रविवार तक पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है।