पिथौरागढ़ : मुनस्यारी तहसील के जोशा गांव निवासी युवक की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में पुलिस ने दो पुलिस कर्मी और दो वन कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय लाया गया।
डीएम और एसपी की मौजूदगी में हुआ पोस्टमार्टम
डीएम और एसपी की मौजूदगी में डाक्टरों के पैनल ने मृतक को पोस्टमार्टम किया। ग्रामीण शव लेकर गांव के लिए रवाना हुए। ग्रामीणों ने कहा कि हत्यारोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। मंगलवार को मुनस्यारी के जोशा गांव निवासी 23 वर्षीय खीम सिंह को पुलिस और वन कर्मी मुनस्यारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
स्वजन ने शव उठाने से किया इनकार
स्वजन ने हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस में तहरीर दी और मुकदमा दर्ज नहीं किए जाने तक शव उठाने से इनकार कर दिया। लोगों की भीड़ ने थाने और तहसील का घेराव किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न थानों की फोर्स मुनस्यारी भेजी गई।
उपजिलाधिकारी के समझाने के बाद ग्रामीणों ने उठाया शव
प्रभारी उपजिलाधिकारी दिवेश शासनी और पुलिस उपाधीक्षक नरेंद्र पंत भी मुनस्यारी पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से वार्ता की और ग्रामीणों को चारों आरोपितों को हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी। इसके बाद ग्रामीण शव उठाने को तैयार हुए। बुधवार को शव पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय लाया गया।
जिलाधिकारी ने दिया कार्रवाई का भरोसा
जिलाधिकारी रीना जोशी और पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। दोनों ने ग्रामीणों को कार्रवाई का भरोसा दिया। डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीण मृतक का शव लेकर गांव को रवाना हुए।
4 आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बताया कि चारों आरोपितों वन विभाग के त्रिलोक राणा और रमेश राणा तथा पुलिस कर्मी सुनील सिंह और मनोज भट्ट के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। जल्द आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।