धारचूला : मौसम का साथ मिलते ही एलधारा में मलबा हटाने का काम शुरू हो गया है। यहां पर ब्रेकर, लोडर, पौकलैंड मशीनें लगा दी गई हैं। करीब तीस प्रतिशत मलबा हटा दिया गया है। कुछ पत्थर भी हटा दिए गए हैं।
मंगलवार यानी आज यहां पर खतरा बने बोल्डरों को भी हटाने की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। खतरा बने बोल्डरों को हटाने के लिए बीआरओ ने रणनीति तय कर दी है।
एलधारा के पास से गिरे बोल्डर और मलबे से खतरे में आए मल्ली बाजार के प्रभावित परिवार राहत केंद्रों में हैं। मंगलवार की सुबह पांच बजे से आपदा प्रभावितों के घरों और दुकानों से सामान निकाला जा रहा है। सामान निकाले जाने के बाद एलधारा में अग्रिम कार्य चलेगा। आपदा प्रभावितों सहित धारचूला की जनता ने एलधारा के पास शीघ्र ट्रीटमेंट करने की मांग की है।
नगरवासियों का कहना है कि एलधारा की घटना के बाद नगरवासी रात को अच्छी तरह सो नहीं पा रहे हैं। बारिश होते ही धड़क न बढ़ जाती है। खतरे को देख कर शिविरों में शरण लिए परिवारों का कहना है कि अपना घर छोड़ कर शिविरों में रहना उनके लिए अति दुखदायी है। सरकार इस दिशा में पहले से ही सुरक्षात्मक कार्य कर देती तो आज सौ के आसपास परिवारों को यह दिन देखने को नहीं मिलता ।
एलधारा में ब्रेकर, लोडर ,पौकलैंड मशीनें लगीं
हाईवे पर कार्य कर रही हिलवेज कंपनी की लोडर मशीन रविवार शाम से एलधारा में चलने लगी थी। एलधारा में बनी स्थिति पर मशीन संचालन में विशेष सावधानी की आवश्यकता है। हल्की सी चूक यहां पर भारी साबित हो सकती है।
बीआरओ प्रभावित परिवारों के साथ
बीआरओ के ओसी अंकित दत्त्ता ने स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीआरओ जानमाल की सुरक्षा के साथ कार्य संपादित कराएगी। स्थिति की सारी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। इस घड़ी में बीआरओ प्रभावित परिवारों के साथ है।
एलधारा में बीआरओ स्थिति सामान्य करेगा
बीआरओ के कमांडिंग अधिकारी कर्नल मोहित शर्मा ने कहा कि बीआरओ का पहला कर्तव्य जानमाल की रक्षा करना है। प्राकृतिक आपदा के आगे किसी का वश नहीं चलता है। उन्होंने धारचूला बीआरओ इकाई को एलधारा के पास कार्य करने के लिए जो भी आवश्यकता हो उसे पूरी करने का आश्वासन दिया है। कर्नल मोहित शर्मा ने कहा कि बीआरओ शीघ्र से शीघ्र एलधारा में स्थिति सामान्य करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रही है।