पिथौरागढ़। 108 एंबुलेंस सेवा को फर्जी कॉल कर गांव बुलाए गए दो कर्मचारियों को मारपीट कर घायल कर दिया। घायल कर्मचारियों को गधेरे (बरसाती नाला) में छुपकर अपनी जान बचानी पड़ी। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवकों को सुरक्षित थल पहुंचाया। कर्मचारियों पर हुए हमले के विरोध में सोमवार को 108 और खुशियों की सवारी सेवा का संचालन ठप रहा।
रविवार आधी रात 12.22 बजे थल के निकट तड़ीगांव से 108 इमरजेंसी सेवा को एक मरीज की गंभीर हालत की सूचना मिली। जिस पर थल से 108 एंबुलेंस पांच किलोमीटर दूर गांव भेजी गई। गांव पहुंचे चालक दीपक डसीला और फार्मेसिस्ट रवि कुमार को कोई मरीज नहीं मिला। इसी दौरान दोनों कर्मचारियों पर दो युवाओं ने लाठी डंडों से हमला कर दिया। दोनों ने भागकर गधेरे (बरसाती नाला) में छिपकर अपनी जान बचाई। गधेरे से ही दोनों ने थल थाने को फोन किया। जिस पर थानाध्यक्ष हेमचंद्र पंत, एसआई भगवान गोस्वामी पुलिस टीम लेकर गांव पहुंचे। तब तक हमलावर फरार हो गए। दोनों घायल कर्मचारियों को थल प्राथमिक स्वास्थ केंद्र लाया गया।
सोमवार की सुबह घायल कर्मचारियों ने पवन सिंह निवासी गौचर और रवि भट्ट निवासी तड़ीगांव के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई। दोनों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, जानलेवा हमला करने की धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। मुकदमा पंजीकृत होने के बाद पुलिस ने एक हमलावर पवन सिंह को दबोच लिया, जबकि दूसरा अभी फरार है। घायल कर्मचारियों ने बताया कि बीते रोज सायं छह बजे भी गौचर अस्पताल से 200 मीटर दूर इन दोनों ने उन पर हमला किया था।
108 कर्मियों पर हुए हमले के विरोध में सोमवार को थल क्षेत्र में 108 एम्बुलेंस और खुशियों की सवारी का संचालन ठप रहा, जिस कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।