पिथौरागढ़। संवाददाता। नंदा देवी चोटी में दिखाई दे रहे शवों को निकालने की रणनीति तय करने को प्रशासन, सेना और वायु सेना के अधिकारियों की कई दौर की बैठक हुई। रेस्क्यू कर निकाले गए चार पर्वतारोहियों से भी क्षेत्र की जानकारी ली गई। लापता हुए पर्वतारोहियों के संबंधित देशों के उच्चायुक्त को भी जरूरी जानकारियां दी गई हैं।
मंगलवार की सुबह कलक्ट्रेट में जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे और वायु सेना के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। जिसमें रेस्क्यू कर निकाले गए पर्वतारोहियों से भी क्षेत्र की जानकारी ली गई। दोपहर बाद सैन्य क्षेत्र में बैठक की गई। शवों को निकालने के लिए सेना, आइटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तैयार की जाएगी। इसमें देश के प्रख्यात पर्वतारोहियों को भी शामिल किए जाने पर विचार किया जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. जोगदंडे ने बताया कि नंदा देवी चोटी काफी विषम है और इस क्षेत्र में रेस्क्यू के लिए जाने वाली टीम की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। इसके लिए सभी बिंदुओं को ध्यान में रखा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि लापता पर्वतारोहियों के उच्चायुक्त को सूचना दे दी गई है। नंदा देवी से निकाले जाने वाले शव पर्वतारोहियों के निकले तो जरूरी कार्रवाई उच्चायुक्तों के स्तर से होगी। रेस्क्यू कर निकाले गए पर्वतारोहियों को फिलहाल जनपद में ही रखा गया है। बता दें नंदा देवी चोटी फतह करने के लिए गए यूके, यूएसए और आस्ट्रेलिया के पर्वतारोहियों से सहित भारतीय लाइजन आफीसर का 12 सदस्यीय दल नंदा देवी में लापता हो गया था। जिसमें से चार को रेस्क्यू कर निकाल लिया गया था। शेष आठ का कोई पता नहीं लग सका था। दो रोज पूर्व चलाए गए रेस्क्यू अभियान के दौरान पांच लोगों के शव नंदा देवी चोटी पर देखे गए थे। अब इन शवों को निकालने की कवायद चल रही है।