पिथौरागढ़। संवाददाता। तमाम प्रशिक्षणों के बाद भी मतदान कर्मी मतदान प्रक्रिया में चूक कर गए। मतपत्रों पर हस्ताक्षर नहीं किए जाने से कई ग्राम सभाओं में मत रद करने पड़े। जिसका खामियाजा मामूली अंतर से पराजित उम्मीदवारों को भुगतना पड़ा। बेरीनाग के जाख रावत गांव में भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं होने से 47 मत रद करने पड़े।
जाख रावत में ग्राम प्रधान पद के लिए कुल 197 लोगों ने मतदान किया। जीत हार में मतों का अंतर बहुत कम रहा। इस गांव में पड़े कुल मतों में 47 मत मतगणना के दौरान रद्द कर दिए गए। रद किए गए मतों पर पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं हुए थे। इसके चलते गांव में तनाव की स्थिति खड़ी हो गई है। पराजित उम्मीदवार गोविंद सिंह और नवीन चंद इस मामले को लेकर मंगलवार को तहसीलदार के पास पहुंचे और उन्हें पूरी स्थिति से अवगत कराते हुए रद किए गए मतों की गणना कराए जाने की मांग करते हुए कहा कि इन मतों को संबंधित उम्मीदवारों के खाते में जोड़ा जाए।
पराजित उम्मीदवारों ने इस मांग को नहीं माने जाने पर न्यायालय की शरण लेने की बात कही है। बता दें कनालीछीना विकास खंड में कई ग्राम सभाओं में इस तरह के मामले सामने आए है। जिन ग्राम सभाओं में मामूली अंतर से जीत हार हुई वहां पराजित उम्मीदवारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है।