थल,पिथोरागढ़ (संवाददाता) : सीमांत जिले के जिला और महिला चिकित्सालय में पिछले तीन माह से रेडियोलॉजिस्ट नहीं होने से अल्ट्रासाउंड का कार्य ठप पड़ा है। जिसका सर्वाधिक प्रभाव दूरदराज के मरीजों खासकर गर्भवती महिलाओं पर पड़ रहा है। इससे महिलाओं में आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में गुरूवार को महिलाओं ने आशा वर्करों के साथ प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
थल बाजार में आशा हेल्थ वर्कर यूनियन की जिलाध्यक्ष इंद्रा देऊपा के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए महिलाओं ने कहा कि जिला चिकित्सालय में विगत तीन माह से अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहा है। कस्बे से जिला मुख्यालय की दूरी करीब 60 किमी है। दूरदराज से आई गर्भवती महिलाओं को बैरंग होकर वापस लौटना पड़ रहा है। मजबूरी में महिलाओं को निजी नर्सिंग होमों में महंगे दामों में अल्ट्रासाउंड कराना पड़ रहा है।
यूनियन की अध्यक्ष देऊपा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को तीन माह, छ, आठ और नौ माह के अंतराल में नियमित जांच करानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार द्वारा आशा वर्करों को गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों में जाने के लिए प्रेरित करने को कहा जाता है, दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों में इस तरह लचर स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण गर्भवती महिलाओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदर्शन के बाद महिलाएं तहसील कार्यालय पहुंचीं। जहां उन्होंने उपजिलाधिकारी वैभव गुप्ता को मुख्यमंत्री के नाम का एक ज्ञापन सौंपा और कहा कि यदि अविलंब जिला चिकित्सालय में रेडियोलॉजिस्ट व चिकित्सकों की तैनाती नहीं की गई तो आशा वर्कर महिलाओं को साथ लेकर सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में कमला देवी, राधा लोहनी, इंद्रा देवी, मीरा जोशी, उमा बाफिला, गीता चंद, पुष्पा देवी, ज्योति पुनेठा आदि शामिल थे।