दशमोत्तर छात्रवृत्ति मामलाः एसआईटी ने 25 विद्यार्थियों के बयान किए दर्ज

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प्रतीकात्मक तस्वीर
जसपुर। शैक्षणिक संस्थान से हमसाज होकर दशमोत्तर कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को गुमराह कर छात्रवृत्ति की रकम हड़पने के मामले में जांच को पहुंची एसआईटी ने एक मोहल्ले के करीब 25 छात्र-छात्राओं से पूछताछ कर बयान दर्ज किए। इस मामले में पूर्व में कई बिचोलियों एवं पांच शैक्षणिक संस्थानों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया हुआ है।
सोमवार को एसआईटी प्रभारी भीम भास्कर आर्य ने मोहल्ला नत्था सिंह में छात्र-छात्राओं के बयान दर्ज किए। बीबी आर्य ने बताया कि पूछताछ में छात्र-छात्राओं ने बताया कि बिचैलियों ने उनके दस्तावेज लेकर उनकी छात्रवृत्ति हड़प ली है। इन मामलों में शैक्षणिक संस्थान भी शामिल हैं। इन कृत्यों से राज्य सरकार को लाखों रुपयों का चूना लगा है।

एसआईटी प्रभारी ने बताया कि प्रकरण में कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके अलावा हरियाणा, राजस्थान, मेरठ के संस्थानों के स्वामी प्रबंधक, अध्यक्ष एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं, मामले में विवेचना कर रहे एसएसआई ललित जोशी ने कई छात्रों के बयान दर्ज किए।

शिक्षण संस्थानों के संचालकों से पूछताछ के लिए जाएगी एसआईटी

दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में अब तक दूसरे प्रदेश के नौ संस्थानों के नाम सामने आए थे। जिले के छात्रों को दलालों ने फर्जी दस्तावेजों से इन संस्थानों में प्रवेश दिखाया और छात्रवृत्ति निकाली गई। एसआईटी ने अब तक नौ दलालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। सोमवार को बाजपुर में गिरफ्तार तीन दलालों से एसआईटी के हाथ महत्वपूर्ण सुराग लगा है।

दलालों ने बाहरी राज्यों के शिक्षण संस्थान, उनके संचालकों और अधिकारियों के बारे में कई अहम जानकारी एसआईटी को दी है। इसी कारण एसआईटी की टीमें अब राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश भेजी जाएगी। जिले में नामजद सभी संस्थानों के संचालकों और अधिकारियों से पूछताछ करेगी। सूत्रों की मानें शुक्रवार को जिले की टीमें राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लिए रवाना होगी। टीम यहां पर पूछताछ करेगी। पूछताछ के बाद शिक्षण संस्थानों और उनके अधिकारियों की गिरफ्तार भी हो सकती है।

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