बुधवार को एनएयूआई के प्रदेश सचिव मोहित सिंह ने कोतवाल विनोद गुसाईं को बाबा रामदेव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को लेकर तहरीर सौंपी। मोहित सिंह ने बताया कि बाबा रामदेव कोरोना के कारण एलोपैथी चिकित्सा सेवा के डाक्टरों की मौत को लेकर लगातार अमर्यादित बयानबाजी कर रहे हैं। वे एलोपैथी चिकित्सा पद्धति, दवा के उपयोग और उपयोग से लोगों की मौत को कारण बता रहे हैं, जो पूरी तरह निंदनीय है।राष्ट्रीय संघ मानवाधिकार संगठन ब्यूरो के प्रदेश अध्यक्ष नवीन कुमार जैन एडवोकेट ने स्वामी रामदेव के बयान को राष्ट्रविरोधी बताया। साथ ही देश में करोड़ों रोगियों की सेवा में लगे डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मियों और कर्मचारियों का अपमान करार दिया है। उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा कायम किया जाए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन पर लगाए गए आरोप के विषय के संदर्भ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को रामदेव की औषधि विभाग को अपने कब्जे में लेकर जांच कराई जानी चाहिए। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को तत्काल स्वामी रामदेव के बयानों पर संज्ञान लेना चाहिए। वह डॉक्टरों पर गलत बयानबाजी कर रहे हैं।
पौड़ी में एनएसयूआई ने बाबा रामदेव के खिलाफ दी तहरीर, देशद्रोह का केस दर्ज करने की भी उठी मांग
कोरोना महामारी को लेकर बाबा रामदेव की बयानबाजी पर पौड़ी मुख्यालय में खासा आक्रोश है। एनएसयूआई ने बाबा रामदेव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग को लेकर पौड़ी पुलिस को तहरीर दी। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद ही अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।