मंगलौर विधानसभा उप चुनाव में बसपा के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस पैदा हो गया है। हाल में आए लोकसभा चुनाव के नतीजों में भारी नुकसान के बीच अब बसपा सुप्रीमो मायावती के ग्रीन सिग्नल का इंतजार हो रहा है।
हालांकि, टिकट के दावेदार दिवंगत विधायक सरवत करीम अंसारी के पुत्र उबेदुर्रहमान ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। पिछले साल अक्तूबर में मंगलौर के बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद से यह सीट खाली है। लोकसभा चुनाव के दौरान यहां उपचुनाव की उम्मीद थी, जिसके चलते बसपा सुप्रीमो मायावती ने यहां अपने दिवंगत विधायक के पुत्र उबेदुर्रहमान को टिकट देने पर सहमति दे दी थी।
लेकिन, लोकसभा चुनाव नतीजों में बसपा प्रत्याशी को मंगलौर विधानसभा में भारी नुकसान हुआ है। 2022 के चुनाव में विधायक बनने वाले सरवत करीम को यहां 32,660 मत मिले थे, लेकिन अब लोकसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी जमील अहमद को यहां महज 5,507 वोट ही मिले हैं। लिहाजा, बसपा के यहां चुनाव लड़ने पर सस्पेंस पैदा हो गया है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी शीशपाल ने बताया, अभी बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्देशों का इंतजार किया जा रहा है। उनके फैसले पर ही संगठन कदम बढ़ाएगा। विधानसभा चुनाव 2022 में बसपा ने बदरीनाथ से भी प्रत्याशी उतारा था। अब उपचुनाव में यहां भी बसपा सुप्रीमो के ग्रीन सिग्नल का इंतजार है।