बागेश्वर। बागेश्वर के दोनों कांग्रेस नेताओं ने पार्टी की विधानसभा चुनाव में हार के लिए अति आत्मविश्वास को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मिली हार का मंथन करने के बाद वह इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि उन्हें अब राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए।
विधानसभा चुनाव में जिले की दोनों सीटों पर हार के बाद कांग्रेस में इस्तीफा देने का दौर शुरू हो गया है। नगर अध्यक्ष के इस्तीफा देने के बाद युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कवि जोशी ने भी अपने पद से इस्तीफा देते हुए राजनीति से भी संन्यास लेने का एलान कर दिया है। वहीं, युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंकुर उपाध्याय ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवासन, प्रदेश प्रभारी प्रदीप सूर्या और प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर को भेजे इस्तीफे में कवि जोशी ने कहा कि वह हमेशा से दबे और पिछड़े लोगों की लड़ाई लड़ना चाहते थे लेकिन अब संगठन के माध्यम से इसे जारी नहीं रख सकेंगे। कहा कि कांग्रेस की हार के बाद उनके मन में कई सवाल हैं, जिनका मंथन करने के बाद वह पद और राजनीति से दूर होने पर मजबूर हुए हैं।
मानसिक तनाव से गुजर रहे कार्यकर्ता
उन्होंने इस्तीफे में कांग्रेस की हार के लिए अति आत्मविश्वास, कार्यकर्ताओं का बूथ में सेंधमारी को न रोक पाना, वरिष्ठ पदाधिकारियों की उदासीनता, शीर्ष नेताओं की प्रदेश में अपने प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार नहीं करना, गुटबाजी और भितरघात आदि को जिम्मेदार बताया है। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष को भेजे गए इस्तीफे में अंकुर उपाध्याय ने कहा है कि कांग्रेस प्रत्याशियों की हार के बाद से कार्यकर्ता मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं, जिसे देखकर वह काफी निराश हैं।
कहा कि वह बिना किसी दबाव के स्वयं को संगठन की जिम्मेदारियों से मुक्त कर रहे हैं। वहीं, कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस की हार के प्रमुख बिंदुओं पर विचार करने की मांग तेज कर दी है। कार्यकर्ताओं ने प्रदेश नेतृत्व को भेजे ज्ञापन में कहा कि कांग्रेस को भितरघात और जिम्मेदार लोगों की उदासीनता के चलते हार मिली है। उन्होंने बूथवार दी गई जिम्मेदारियों का आकलन करते हुए संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की मांग की है। युवा कांग्रेस के सुनील पांडेय, जीवन पांडेय, दीपक कोहली, रिजवान खान, विशाल रावत आदि ने ज्ञापन भेजा है।