देहरादून। संवाददाता। लोकसभा चुनावों लड़ने के लिए देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी ने धन जुटाना शुरू कर दिया है. इसके लिए सभी ज़िलाध्यक्षों को कूपन बांट दिए गए हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर लोगों से मिलने और चंदा इकट्ठा करने को कह दिया गया है.
दरअसल राजनीतिक हलकों में यह ख़बर तेज है कि कांग्रेस इस समय फण्ड की कमी से जूझ रही है. विधानसभा चुनावों में और फिर हाल ही में हुए निगम चुनावों में इसका असर देखने को मिला है. तीन राज्यों में बीजेपी को पटखनी देने के बाद पार्टी अब उत्साह में नज़र आ रही है और इसलिए लोकसभा चुनावों में कोई कसर नही छोड़ना चाहती.
पार्टी प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी कहती हैं कि चुनाव लड़ने के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार कर दिया गया है. पार्टी कार्यकर्ता विधानसभावार घर-घर जाएंगे और लोगों को केंद्र की मोदी सरकार की नाकामियों के बारे में बताएंगे. इसके साथ ही उनसे सहयोग की मांग करेंगे.
दसौनी के अनुसार पार्टी के ज़िलाध्यक्षों को चंदा जुटाने के लिए 50, 100, 500 और 1000 रुपये के कूपन दे दिए गए हैं. पार्टी ने 1000 रुपये से ज़्यादा का कोई कूपन नहीं बनाया है.
उत्तराखंड कांग्रेस पहली बार चुनाव लड़ने के लिए घर-घर जाकर चंदा मांग रही है. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष इसे ‘राहुल इफ़ेक्ट’ बताते हैं. वह कहते हैं कि किसी भी पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए चंदे की ज़रूरत होती है. चंदा इकट्ठा करना तो पार्टी की ज़रूरत है ही राहुल गांधी चाहते हैं कि इसमें पारदर्शिता भी रहे इसलिए घर-घर जाकर चंदा मांगने का अभियान शुरू किया गया है।
जोत सिंह बिष्ट यह भी कहते हैं कि पार्टी कार्यकर्ताओं से पहले खुद ही अंशदान करने को कहा गया है. उसके बाद ही पार्टी समर्थकों से पैसा लिया जाएगा।