देहरादून। संवाददाता। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) का विधानसभा कूच मांगों की बजाए शहीदों के नाम कर दिया। इंटक से जुड़े कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगो की बजाए शहीद अमर रहे अमर रहे के नारे लगाए। उन्होंने जोरशोर से पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। रिस्पना पुल से पहले बेरीकेडिंग पर खुद ही इंटक के कार्यकर्ता रूक गए और शहीदों के लिए मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सोमवार को इंटक के कार्यकर्ता बन्नू स्कूल के पास इकट्ठे हुए। यहां से अपनी मांगों को लेकर इंटक कार्यकर्ताओं ने विधानसभा कूच किया तो मांगों की बजाए उन्होंने शहीदों के लिए नारे लगाने शुरू कर दिए। तिरंगे झंडों के साथ मार्च के तौर पर सड़कों पर निकले।
धर्मपुर से होते हुए विधानसभा कूच को निकले। इस दौरान भारत माती की जय, इंकलाब जिंदाबाद, देश के शहीद अमर रहे-अमर रहे के नारे लगाते हुए गए। उन्होंने इस दौरान देश के गद्दारों पर आक्रोश जताते हुए कार्रवाई की मांग की। दया पैलेस चौक पहुंचने पर पुलिस ने हरिद्वार रोड बंद कर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया। रिस्पना पुल से पहले बरीकेडिंग पर भारी पुल मौजूद रहा, लेकिन इंटक के सदस्य खुद ही रूक गए।
यहां पर हुई सभा के दौरान पूर्व मंत्री व इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि विधानसभा कूच मांगों के लिए नहीं है। शहीदों की शहादत के लिए मार्च निकाला गया है। बीते कुछ दिनों में देहरादून के जवान अपनी शहादत दे चुके हैं। अभी शहीद मेजर चित्रेश को आखिरी विदाई दी गई थी कि तभी आंतकवादियों से लोहा लेते हुए देहरादून के मेजर विभूति ढौंढियाल के शहीद की खबर आ गई। ऐसे समय में इंटक के सदस्य शहीदों के परिवार के साथ हैं। अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार कोई बड़ा कदम उठाए।
इस दौरान इंटक के सदस्यों ने दो मिनट का मौन भी रखा। वहीं इंटक ने बिना किसी मांग को बोले मांग पत्र मौजूद अधिकारियों को दिया जो कि सीएम के नाम प्रेषित था। इस दौरान एपी अमोली, विरेंद्र सिंह नेगी, ओम प्रकाश सोदी, धीरज भंडारी, वीके छतवाल, अशोक चौधरी, जर्नादन सिंह, भोला जोशी, गजेंद्र चौहान, विनोद कवि, अनिल कुमार, डीएस पंवार, गिरीश उप्रेती, मनोज पंत, संजय बिष्ट, जगदीश बहुगुणा, रिपूदमन सिंह, तेजेंद्र रावत, देवराज शर्मा, अरविंद राजपुत, नीरज भंडारी, भहेंद्र सिंह बुटोला, सुबोध कांत, पीसी वर्मा, बीएस नेगी, संग्राम सिंह पुंडीर आदि मौजूद रहे।