देहरादून। संवाददाता। एक अनार सौ बीमार। राज्य की 5 लोकसभा सीटों पर दावेदारों की लम्बी लाइन लगी हुई है। किसी सीट पर पांच तो किसी पर पच्चीस दावेदार हैं। हालात यह है कि अपनी अपनी दावेदारी को पुख्ता करने के लिए इन भाजपा नेताओं ने दिल्ली में अपना डेरा डाल दिया है। जबकि लोकसभा चुनाव प्रभारी थावर चंद्र गहलोत का साफ कहना है कि विनिंग कैंडिडेट्स को ही टिकट दिया जायेगा। खास बात यह है कि सिटिंग सांसदों द्वारा अपनी दावेदारी को सबसे मजबूत माना जा रहा है। सभी यह उम्मीद लगाये बैठे है कि उनका टिकट तो कट ही नहीं सकता। दावेदारों की अधिकता और अतिमहत्वाकांशा कहीं पार्टी में बगावत का कारण न बन जाये इसे लेकर भी पार्टी चितिंत दिखाई दे रही है।
भले ही सतपाल महाराज टिकट की दावेदारी से इंकार कर रहे हो लेकिन वह और उनकी पत्नी अमृता से लेकर विजय बहुगुणा व उनके पुत्र तथा सुबोध उनियाल व रेखा आर्य से लेकर चैम्पियन कुंवर प्रणव सिंह व शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक तक भाजपा में टिकट चाहने वालों की लम्बी कतार है तथा यह सभी नेता दिल्ली में डेरा डाले हुए है। भले ही इन तमाम नेताओं द्वारा कहा कुछ भी जाये लेकिन सभी को टिकट चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि टिकट मांगने व अपनी बात कहने का अधिकार तो सभी को है। उनका कहना है कि सिंटिग सांसदों के अलावा तीन चार दर्जन नेताओं ने अपने आवेदन किये है। किसी सीट पर पांच तो किसी पर 10 दावेदार है लेकिन टिकट तो एक सीट पर एक ही को होगा।
उधर थावर चंद्र गहलोत ने आज सांय फिर चुनाव प्रबन्धन समिति की बैठक बुलाई है जिसमें प्रत्याशियों के पैनल फाइनल किये जाने की संभावना है। भट्ट का कहना है कि आज सभी सीटों पर पैनल फाइनल कर संसदीय समिति को दिये जायेगे और अंतिम फैसला उसे ही करना है। उनका कहना है कि 17, 18 तक नाम फाइनल हो जायेगें।