पौड़ी। भाजपाइयों ने मंडल मुख्यालय पौड़ी से गढ़वाल संसदीय सीट के लिए चुनावी हुंकार भरी। पार्टी प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत के नामांकन के बाद आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री के साथ ही 12 विधायक मौजूद रहे। वहीं, सभी ने पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए सभी से जुट जाने का आह्वान भी किया। हालांकि तीरथ के नामांकन से खंडूड़ी और महाराज गैरहाजिर रहे।
रामलीला मैदान में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जो विकास कार्य 55 साल में नहीं हुए वे 55 माह में किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो विकास कार्य कर दिखाए हैं उसका परिणाम ही है कि आज विभिन्न विकास योजनाओं से सभी वाकिफ हैं। पार्टी प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत ने कहा कि निवर्तमान सांसद बीसी खंडूड़ी उनके आदर्श हैं और उनसे उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज विकास का जो आयाम स्थापित किया है उससे विकास का एक नया आयाम स्थापित हुआ है। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कार्यकर्ताओं से चुनावी तैयारियों में जुटने का आह्वान किया।
भाजपा के हुए कांग्रेसी
सीएम की सभा के दौरान पौड़ी कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष गोविंद सिंह रावत सहित विभिन्न जनपदों से आए एक दर्जन कांग्रेसी भी भाजपा में शामिल हुए।
38 साल की देश की सेवा
जनसभा में पहुंचे एडमिरल ओपी राणा ने गढ़वाली में अपना संबोधन दिया। कहा कि मैंने 38 साल देश की सेवा की। पांच वर्षों में एक लहर दिखी। इसमें भ्रष्ट्राचार मिटता दिखा और विकास का आयाम स्थापित होता नजर आया।
मनीष मेरा भाई है मेरी शुभकामनाएं
यमकेश्वर की विधायक ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि मनीष मेरा भाई है। यह पूछे जाने पर कि वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा की विधायक हूं और पार्टी ने मुझे यह सम्मान दिया। कहा कि भाई को मेरी शुभकामनाएं हैं। हमें तो भाजपा प्रत्याशी के लिए समर्पित रूप से कार्य करना है।
तीरथ के नामांकन में खंडूड़ी और महाराज गैरहाजिर
लोकसभा की पौड़ी गढ़वाल संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत के शुक्रवार को हुए नामांकन के दौरान संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पार्टी के 13 में से 12 विधायक तो मौजूद रहे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री एवं मौजूदा सांसद भुवन चंद्र खंडूड़ी और राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। इसे लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह के निहितार्थ भी निकाले जाने लगे। हालांकि, पार्टी प्रत्याशी रावत ने स्पष्ट किया कि खंडूड़ी अस्वस्थ हैं, जबकि महाराज जरूरी कार्य से बाहर हैं। इस कारण दोनों नेता नामांकन में नहीं पहुंच पाए, लेकिन जल्द ही वह यहां बड़ी सभाओं को संबोधित करेंगे।
14 विधानसभा सीटों वाले इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत वर्तमान में 13 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। शुक्रवार को भाजपा प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत के नामांकन के दौरान इन पार्टी विधायकों में से सतपाल महाराज नजर नहीं आए। उनके अलावा उम्र एवं स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते चुनाव न लड़ने का एलान कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री एवं मौजूदा सांसद भुवन चंद्र खंडूड़ी भी नजर नहीं आए तो चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।
बताते हैं कि खंडूड़ी ने इस सीट पर उत्तराधिकारी के तौर पर अपने सबसे करीबी तीरथ सिंह रावत का नाम पार्टी नेतृत्व को सुझाया। इस पर नेतृत्व ने मुहर भी लगाई। स्वयं तीरथ ने भी माना कि खंडूड़ी के आशीर्वाद से ही उन्हें टिकट मिला। ऐसे में माना जा रहा था कि तीरथ के नामांकन के मौके पर खंडूड़ी मौजूद रहेंगे, मगर ऐसा नहीं दिखा।
ऋतु खंडूड़ी रहीं मौजूद
तीरथ सिंह रावत के नामांकन में भले ही पूर्व मुख्यमंत्री खंडूड़ी नहीं पहुंच पाए, मगर उनकी बेटी ऋतु खंडूड़ी अन्य 11 विधायकों के साथ मौजूद थीं। ऋतु यमकेश्वर क्षेत्र से भाजपा की विधायक हैं। उनकी मौजूदगी को पूर्व मुख्यमंत्री खंडूड़ी के प्रतिनिधि के तौर पर भी देखा गया।