देहरादून। संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र व राज्य सरकार सफाई कर्मचारियों और वाल्मीकि समाज के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। वाल्मीकि समाज को सम्मान देने का काम किसी दल ने किया है तो भाजपा ही है। यह बात यहां पटेलनगर स्थित बाल्मीकि बस्ती में आयोजित स्वागत समारोह में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर भाई झाला ने कही।
पटेलनगर स्थित बाल्मीकि बस्ती में शुक्रवार को राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर भाई झाला, राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष अमी लाल वाल्मीकि, आयोग के सदस्यों जयपाल वाल्मीकि, विपिन चंचल, साकेत वाल्मीकि, एनएचपीसी के निदेशक भगवत प्रसाद मकवाना आदि का बाल्मीकि समाज ने सम्मान किया। इस अवसर पर आयोग के अध्यक्ष मनहर झाला ने कहा कि जो लोग आज यह कहते हैं कि भाजपा सरकार ने पांच वर्ष सफाई कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं किया वे पिछले 55 सालों का इतिहास देख ले, वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारियों का सबसे ज्यादा उत्पीड़न कांग्रेस की सरकारों में हुआ है। आज केन्द्र की मोदी सरकार ने स्वच्छता को एक मिशन के रूप में लेकर पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया था।
क्या कांग्रेस ने ऐसा किया। केंद्र सरकार ने सिर पर मैला ढोने की प्रथा को समाप्त करने के लिए योजना शुरू की है जिसके तहत सिर मैला ढोने वाले सफाई कर्मचारियों के पुनर्वास के लिए अनुदान दिया जा रहा है। सीवर की सफाई के मृत्यु पर आश्रितो को दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का काम भी मोदी सरकार ने ही किया है। वाल्मीकि समाज को सरकार न संगठनों में भी उचित भागीदारी भाजपा ही दे रही है। उन्होंने कहा कि आज वाल्मीकि समाज को शिक्षित, संगठित, संघर्ष करने की आवश्यकता है। कुरूतियो,व्यसनो से दूर रहने और जागरूक होने की बात भी झाला ने कही। राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष अमी लाल वाल्मीकि ने कहा कि उन्होंने भाजपा से किसी पद की मांग की भी नहीं थी और पार्टी ने बिना कहे यह सम्मान दे दिया।