देहरादून। संवाददाता। बीते कल राज्य की पांच लोकसभा सीटों के लिए मतदान सम्पन्न हो चुका है। भले ही मतदान का प्रतिशत 2014 की तुलना में कम रहा हो लेकिन भाजपा और कांग्रेस के सभी प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे है। सवाल यह है कि जब सब जीतेंगे तो हारेगा कौन। इसका जवाब 23 मई को यानि की 41 दिन बाद ही मिलेगा।
भाजपा प्रत्याशियों का कहना है कि प्रदेश के लोग चाहते है कि नरेन्द्र मोदी फिर देश के प्रधानमंत्री बने। इसलिए उन्होने भाजपा को वोट दिया है और वह सभी पांच सीटों पर अच्छे मतों के अंतर से जीत दर्ज करने जा रहे है। नैनीताल से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट का तो कहना है कि मोदी के नाम पर खूब वोट बरसा है इसलिए उनकी जीत पक्की है। कम मतदान प्रतिशत के बारे में उनका कहना है कि इससे कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा इससे भाजपा के वोट कम नहीं होगें।
उधर अल्मोड़ा सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा ने यहंा तक घोषणा कर दी है कि वह कितने वोटों से जीतेंगे। उनका कहना है कि इस चुनाव में उन्हे 2014 से बड़ी जीत मिलेगी और वह सवा लाख से अधिक वोटों से जीतेंगे। उनका कहना है कि लोगों ने मोदी के नाम पर ही वोट नहीं डाला है उनके काम पर भी वोट दिया है।
अपने लोकसभा क्षेत्र में आने वाली 11 विधानसभाओं के बारे में उनका कहना है कि पिछली बार जिन दो विधान सभा क्षेत्रों में वह हारे अबकि बार सभी विधानसभाओं में भाजपा विधायक होने के कारण सभी विस क्षेत्रों में उन्हे बम्पर जीत मिलने जा रही है। ठीक वैसे ही दावे अन्य भाजपा प्रत्याशी भी कर रहे है तथा अपनी जीत के पक्ष में कई तर्क दे रहे है।
उधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह जो टिहरी सीट पर महारानी के खिलाफ चुनाव मैदान में थे उनका भी कहना है कि मतदान प्रतिशत का कम होना भाजपा की हार के संकेत है।
भाजपा के झूठ और गलत नीतियों को जनता समझ चुकी है इसलिए भाजपा का मतदाता वोट डालने के लिए कम संख्या में निकला है। उन्होने कहा कि 23 मई को भाजपा और नरेन्द्र मोदी का भ्रम दूर हो जायेगा। उधर नैनीताल सीट से अजय भट्ट के मुकाबले चुनाव लड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस को अच्छी सफलता मिलेगी। इस चुनाव में 2014 वाली मोदी बेव नहीं थी इसलिए मतदान का प्रतिशत कम रहा। उन्होने कहा कि जनता ने बदलाव के लिए वोट किया है।