देहरादून। संवाददाता। टिहरी झील में डूबें करोड़ों के मैरीन बोट को लेकर सियासत भी गरमाती जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सूबे की सरकार और मुखिया की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए तंज कसा है कि नाच न जाने आंगन टेढ़ा।
अपने फेसबुक एकांउट पर किये गये पोस्ट पर उन्होंने कहा है कि हमने अपने समय में जो संसाधन विकसित किये थे उनका रख रखाव भी वर्तमान सरकार नहीं कर पा रही है। सरकार ने इस मैरीन बोट पर कैबिनेट की बैठक तो की लेकिन यह नहीं सोचा कि इसका रख रखाव कैसे करना है या इसका इस्तेमाल कैसे करना है उन्होने कहा कि अब इसका दोष दूसरों के सर थोपने का प्रयास किया जायेगा। सच यह है कि यह नाच न जाने आंगन टेढ़ा वाली बात ही है।