स्टिंग प्रकरण में भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोपों का दौर शुरू
देहरादून। संवाददाता। स्टिंग मामले में सीबीआई द्वारा एफआईआर दर्ज कराये जाने के बाद सूबे की राजनीति में फिर से हलचल तेज हो गयी है। भाजपा और कांग्रेस नेताओं में अरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो चुका है। भाजपा कांग्रेस के सभी आरोपों को पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। और मुद्दों से भाग रही है वहीं कांग्रेस ने हमलावर रूख अपनाते हुए सरकार पर सवालों की बौछार शुरू कर दी है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कांग्रेस को कमजोर विपक्ष बताते हुए कहा था कि वह अब विरोध करने लायक भी नहीं रह गयी है। जिस पर कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने उन्हें करारा जवाब देते हुए कहा है कि विपक्ष कमजोर है तो सत्ता पक्ष राज्यपाल से क्यों गुहार लगाने जाता है। कि कांग्रेस उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है। उनका कहना है कि क्या इससे पहले कोई सत्ता दल राज्यपाल के पास अपने बचाव की गुहार लगाने पहुँचा है।
किशोर उपाध्याय द्वारा स्टिंग मामले में हरक सिंह को बीजेपी राजनीति का शिकार होने के बारे में जो बयान दिया गया था उसे लेकर भी अजय भट्ट का कहना है कि कांर्ग्रेसी नेता भाजपा को बदनाम कर रहे है। अजय भट्ट के इस बयान पर कांग्रेस नेताओं ने तुरंत प्रक्रिया देते हुए कहा है कि भाजपा सरकार अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए यह प्रचार कर रही है। विपक्ष भाजपा और सरकार को बदनाम कर रही है।
ठीक इसी तरह की तकरार भाजपा व कांग्रेस नेताओं के बीच बीसीडी और जिला पंचायत सदस्यों की हार्स टेडिंग लेकर भी जारी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा किस तरह सत्ता करती है खरीद फरोख्त का आरोप वह दूसरों पर लगाते है जबकि इस काम में अव्वल वही है दरअसल सीबीआई की एक आफआरआई में डा0 हरक सिंह का नाम आने और 2016 के दलबदल को मुख्य आधार बनाये जाने के बाद भाजपा व कांग्रेस के बीच जो शीतयुद्ध शुरू हो चुका है उसके पीछे 2022 का लोकसभा चुनाव है। जिसकी यह पूर्व तैयायिंया ही है।