अहमदाबाद (एजेंसीज): पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के नेता हार्दिक पटेल ने टिकटों के बंटवारे के दौरान कांग्रेस के साथ उनके संगठन के कथित मतभेद और इसको लेकर मचे अंदरूनी घमासान के बीच पार्टी को गुजरात चुनाव में समर्थन की घोषणा करने के लिए कल राजकोट में प्रस्तावित एक रैली को अंतिम समय में रद्द करने के बाद आज अहमदाबाद में इसी उद्देश्य से आज होने वाले अपने संवाददाता सम्मेलन को भी इसी अंदाज में रद्द कर दिया। उधर कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी को दिल्ली तलब किया है।
सोलंकी पर भी पास का खेल बिगाडऩे के आरोप लगे हैं। कांग्रेस की दो दिन पूर्व देर रात जारी 77 उम्मीदवारों की पहली सूची में पास के मात्र दो ही नेताओं को जगह मिलने के बाद हार्दिक के करीबी दिनेश बांभणिया ने ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी के आवास पर देर रात हंगामा भी किया था। मजे की बात यह है कि टिकट की घोषणा से थोड़ी देर पहले ही उन्होंने कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की थी और कहा था कि पार्टी ने पास की बातें स्वीकार ली हैं और हार्दिक राजकोट की रैली में विस्तृत घोषणा करेंगे। बाद में श्री बाभणिया ने ही इस रैली को रद्द किये जाने की जानकारी दी थी। इसके बाद बताया गया था कि हार्दिक आज 11 बजे एक संवाददाता सम्मेलन कर ऐसा करेंगे। पर समझा जाता है कि बोटाद सीट पर उनके करीबी पास संयोजक दिलीप साबवा को कांग्रेस टिकट नहीं दिये जाने से बिगड़े मामले और अन्य मुद्दों को लेकर हार्दिक ने इसे टाल दिया। उधर कांग्रेस को लेकर पास भी अंदर से एक बार फिर दो फाड़ होती दिख रही है।
अब भी कांग्रेस से टिकट की उम्मीद कर रहे उत्तर गुजरात के पास नेता नरेन्द्र पटेल ने बांभणिया पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अथवा भाजपा के इशारे पर खेल बिगाडऩे का आरोप तक लगा दिया है। भावनगर के पास नेता नीतिन पटेल ने भी कहा कि बांभणिया को अपने हद में रहना चाहिए। बताया जा रहा है कि पास ने कांग्रेस से 40 सीटों की उम्मीद लगायी थी पर पहली ही सूची में मात्र दो सीटें मिलने से यह बिफर गयी। पास के कथित दबाव के चलते कांग्रेस ने कुछ उम्मीदवारों को बदला भी है जिसकों लेकर पार्टी को खासी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों सेक्स सीडी बाहर आने के बावजूद आक्रामक तेवर बनाये रखने वाले हार्दिक पहली बार कुछ हताश दिख रहे हैं। मजेदार बात यह है कि भाजपा का कट्टर विरोधी माने जाने वाले हार्दिक ने इसी हताशा में कल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता की पंक्तियां ट्विट कर दी थीं हालांकि जल्द ही इसे हटा लिया गया था पर इसके लिए उनकी ही पूर्व सहयोगी रही तथा अब भाजपा में शामिल रेशमा पटेल ने भी उन पर हमला बोला था।