पीएम ने भुज की रैली में कहा कि कीचड़ उछालने के लिए कांग्रेस का आभारी हूं। कांग्रेस ने जितना कीचड़ उछाला है, उससे अब कमल का खिलना आसान हो गया है।
अहमदाबाद (एजेंसीज) : गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। राहुल गांधी का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि समझ नहीं आता है कि पाकिस्तान में आतंकी हाफिज सईद की रिहाई पर कांग्रेस क्यों ताली ठोक रही है। सईद की रिहाई पर राहुल ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। सोमवार को गुजरात पहुंचे मोदी ने आशापुरा देवी के दर्शन किए। इसके बाद भुज की रैली में कहा कि कीचड़ उछालने के लिए कांग्रेस का आभारी हूं। कांग्रेस ने जितना कीचड़ उछाला है, उससे अब कमल का खिलना आसान हो गया है। बता दें कि गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को दो फेज में चुनाव हैं। नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे।
गरीब के घर फोटो खिंचाने वाले सेना के पराक्रम का सबूत मांग रहे थे
– भुज में मोदी ने कहा, ”कुछ दिन पहले पाकिस्तान में आतंकवादी हाफिज सईद छूट गया। मुझे समझ में नहीं आता कि कांग्रेस किसलिए ताली बजा रही है। पर ये जरूर समझ आ गया कि जब देश की आन-बान-शान के लिए डोकलाम में हमारे जवान 70 दिन तक चीनी सेना से आंख में आंख मिला कर डटे थे तो आप (राहुल गांधी) चीनी एम्बेसडर को गले क्यों लगा रहे थे। मैं पूछता हूं कि यह किसके फायदे के लिए था।”
– ”भारत पर हुए 26/11 और उड़ी हमले का बदला लेने के लिए PoK में सर्जिकल स्ट्राइक की। हिंदुस्तान की सेना ने आतंकियों को घर में घुसकर मारा। अखबारों में खबरें छपी थीं कि ट्रक भर-भरकर लाशें ले जाई गईं। गरीबों के घर में खाने का नाटक कर फोटो छपवाने वाले लोग स्ट्राइक के वीडियो या फोटो (सबूत) मांग रहे थे। क्या सेना वहां फिल्म बनाने गई थी? हाफिज सईद के छूटने और चीनी राजदूत से मिलने में मजा लेने वालों को कम से कम शहीदों की गरिमा को ध्यान रखते हुए चुप रहना चाहिए था।”
परिवार की सोचने वाले देश के लिए क्या करेंगे
- मोदी के मुताबिक “नोटबंदी का एक साल पूरा हो चुका है। जीएसटी की मीटिंग में कांग्रेस के नेता भी शामिल हुए थे। उन्होंने 100% समर्थन देने की बात कही, लेकिन बाहर आकर पलट गए। कांग्रेस जीएसटी के खिलाफ हो गई।”
- “विकास हमारा मंत्र है। मैं जब छोटा था, तब से रो रो फेरी सर्विस शुरू करने की बातें सुनता था। इतने सीएम आए, लेकिन अब बीजेपी सरकार ने इसे शुरू किया।”
- “कांग्रेस में एक ही परिवार के नेता अध्यक्ष बनते हैं। कोई दूसरा नेता उभरकर सामने नहीं आता है। जो सिर्फ परिवार की सोचेगा, वो देश के लिए क्या काम करेगा।”