नई दिल्ली (संवाददाता) : विपक्षी नेता हर चुनाव में ईबीएम पर सवाल खड़े करने में देर नहीं लगता परन्तु जांच में मामला टांय टांय फिस हो जाता है यही आज भी हुआ। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान यह खबरें आई थीं पोरबंदर जिले के ठक्कर प्लॉट बूथ का ईवीएम ब्लूटूथ से कनेक्ट हो रहा है।
कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा था कि ब्लूटूथ से ईवीएम कनेक्ट किया जा सकता है। मोढवाडिया ने इससे जुड़ा एक स्क्रीनशॉट भी जारी किया। इस स्क्रीनशॉट में लिखा था कि आपका फोन एक नजदीकी डिवाइस के पास है। मोढवाडिया ने इस स्क्रीनशॉट को चुनाव आयोग को भेजा था। जिसके बाद चुनाव आयोग ने आनन-फानन में जांच के आदेश दिए।
फिलहाल इस मामले में अब खबरें आ रही हैं कि फोन पर ईवीएम नहीं बल्कि किसी दूसरी डिवाइस का कोड आ रहा था। एबीपी की रिपोर्ट के मुताबिक मोढवाडिया के फोन पर ईवीएम नहीं बल्कि इंटेक्स ECO 105 फोन का ब्लूटूथ कनेक्ट हो रहा था। आपको बता दें कि फ्लिपकार्ट में इंटेक्स के इस फोन की कीमत 745 रुपए है।
वहीं एक पत्रकार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि कांग्रेसी नेता का मोबाइल बीएसपी लीडर मनोज सिंगराखिया के वाई-फाई से कनेक्ट हो रहा था। वरिष्ठ पत्रकार जनक देव ने का कहना है कि पोरबंदर में ईवीएम को हैक होने के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। चुनाव आयोग ने इस बात का दावा किया है। उन्होंने कहा है कि ईवीएम हैकिंग की कोई संभावना नहीं है, बल्कि कांग्रेसी लीडर का फोन BSP के पोलिंग एजेंट मनोज सिंगराखिया के मोबाइल के WiFi ECO 105 का सिग्नल ले रहा था।