देहरादून। उत्तराखंड में मानसून लगभग विदाई की कगार पर है। पूरे सीजन में ओवरआल वर्षा सामान्य रही, लेकिन सितंबर में सामान्य से डेढ गुना वर्षा दर्ज की गई। मानसून में इस बार अनियमित बारिश का दौर रहा।
कहीं भारी बारिश आफत बनी तो कहीं हल्की बौछारों से ही संतोष करना पड़ा। बागेश्वर में अत्यधिक वर्षा तो पौड़ी में सबसे कम बारिश रही। इसके साथ ही अब जल्द मानसून की औपचारिक विदाई होने के आसार हैं।
27 जून को उत्तराखंड में दस्तक दी थी
बीते 27 जून को दक्षिण पश्चिम मानसून ने उत्तराखंड में दस्तक दी। जिसके बाद जुलाई में भारी बारिश का दौर शुरू हुआ। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश आफत भी बनी रही। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, एक जून से 30 सितंबर तक की अवधि को मानसून सीजन माना जाता है। हालांकि, मानसून के दस्तक देने और विदा होने की तिथि आगे-पीछे रहती है। मानसून सीजन में उत्तराखंड में जून में सामान्य से कम वर्षा रही, लेकिन इसके बाद जुलाई, अगस्त और सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई। सितंबर में कुछ जिलों में मौसम के तेवर तल्ख रहे और भारी से भारी बारिश का दौर चला।
पर्वतीय क्षेत्र में हो सकती है हल्की बारिश
सितंबर में प्रदेश में औसत वर्षा 283 मिमी हुई, जो कि सामान्य वर्षा 182 मिमी के सापेक्ष 55 प्रतिशत अधिक है। इसके साथ ही मानसून सीजन में अब तक सामान्य वर्षा 1163 मिमी के सापेक्ष 1273 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जो कि सामान्य से करीब 10 प्रतिशत अधिक है। अब मौसम विज्ञान केंद्र अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में मानसून के औपचारिक रूप से विदा होने के आसार जता रहा है। अगले कुछ दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।
सितंबर में प्रदेश में वर्षा की स्थिति
जनपद, वास्तविक, सामान्य, अंतर
- बागेश्वर, 523, 130, 302
- चमोली, 249, 105, 137
- ऊधमसिंह नगर, 268, 185, 44
- चंपावत, 414, 231, 80
- अल्मोड़ा, 232, 130, 79
- पिथौरागढ़, 361, 236, 53
- देहरादून, 326, 218, 50
- टिहरी गढ़वाल, 237, 153, 55
- नैनीताल, 313, 262, 20
- रुद्रप्रयाग, 317, 208, 53
- हरिद्वार, 177, 166, 06
- उत्तरकाशी, 242, 168, 44
- पौड़ी, 191, 205, -07
- प्रदेश औसत, 283, 182, 55
मानसून सीजन में अब तक की स्थिति
- जून में सामान्य से 49 प्रतिशत कम वर्षा
- जुलाई में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा
- अगस्त में सामान्य से 09 प्रतिशत अधिक वर्षा
- सितंबर में सामान्य से 55 प्रतिशत अधिक वर्षा
- मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक वर्षा