ऋषिकेश। चार धामों में उमड़ी तीर्थयात्रियों की अप्रत्याशित भीड़ तथा यात्रा मार्गों पर लग रहे जाम को देखते हुए प्रशासन ने फिलहाल गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले वाहनों को ऋषिकेश में ही रोक दिया है।
इसके अलावा ऑफलाइन पंजीकरण भी रोके गए हैं, जिससे ऋषिकेश में तीर्थयात्रियों का बैकलॉग बढ़ता जा रहा है। ऋषिकेश में फंसे यात्री तथा परिवहन व्यवसायियों का सब्र भी अब जवाब देने लगा है।
शुक्रवार को परिवहन व्यवसायियों तथा तीर्थयात्रियों ने ट्रांजिट कैंप स्थित यात्रा प्रशासन संगठन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि सरकार तथा प्रशासन की नाकामी के चलते तीर्थ यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
धामों के दर्शन के बिना न लौटे तीर्थयात्री: अग्रवाल
कैबिनेट व उत्तरकाशी जनपद के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के संबंध में स्थानीय प्रशासन से वार्ता की है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से कहा है कि यात्रा व्यवस्थित रहे इसके लिए कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन कर वापस न जाए, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
प्रेस में जारी एक बयान में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि उनके प्रभारी जनपद उत्तरकाशी के पवित्र धाम गंगोत्री और यमुनोत्री में पिछले दिनों श्रद्धालुओं के बिना दर्शन कर लौटने की जानकारी मिली। जिसका संज्ञान लेते हुए उन्होंने स्थानीय प्रशासन से वार्ता की है। कहा है कि चार धाम यात्रा अपने चरम पर है। ऐसे में किसी भी श्रद्धालु को बिना दर्शन कर लौटने न दिया जाए।
व्यवस्थाओं में सभी लोग अपना सहयोग दें इसके लिए अग्रवाल ने यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया है। वही स्थानीय प्रशासन ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को बताया कि यात्रा सुचारू रूप से चल रही है इसके क्रम में मार्ग वन-वे किया गया है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में अव्यवस्था न फैले, इसके लिए गाड़ियों में सवार श्रद्धालुओं को भंडारा आदि की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है।