विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष व जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि वर्षों पहले पिटकुल अधिकारी (वर्तमान में एमडी यूपीसीएल) व अधिकारियों व ठेकेदारों के समूह की जुगलबंदी ने टेंडर पुलिंग कर निम्नतम स्तर के करोड़ों रुपए के ट्रांसफार्मर खरीद कर सरकार को कई करोड़ रुपए की चपत लगाई।
मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि पता नहीं क्यों सरकार पिटकुल टेंडर पुलिंग घोटाले में विजिलेंस जांच से कतरा रही है। जबकि इसको लेकर जांच कमेटी का गठन किया गया था। घोटाले जलसाजी के मामले में पिटकुल अध्यक्ष राधा रतूड़ी द्वारा 28 जून को सचिव, ऊर्जा को रिपोर्ट प्रेषित की गई। जिसमें उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की गई।
उच्च स्तरीय जांच कराने का आग्रह
इसी क्रम में पिटकुल के वर्तमान प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी द्वारा भी शासन को रिपोर्ट 22 जनवरी को प्रेषित की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। उक्त मामले में सरकार द्वारा कोई सकारात्मक कार्रवाई न किए जाने को लेकर मोर्चा द्वारा राजभवन को पत्र प्रेषित कर विजिलेंस या उच्च स्तरीय जांच कराने का आग्रह किया गया।
मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि इतने गंभीर प्रकरण पर सरकार की उदासीनता निश्चित तौर पर चिंताजनक है। इस मौके पर मोर्चा महासचिव आकाश पंवार व विजयराम शर्मा मौजूद रहे।