टिहरी के हिम्मत सिंह ने चाय के शौकीनों के लिए स्वाद की चुस्कियों के विकल्पों की नई राह खोल दी है। राजभवन में आयोजित वसंतोत्सव में हिम्मत 105 तरह की चाय लेकर पहुंचे। पहले ही दिन उनके स्टॉल पर लोगों की भीड़ नजर आईं।
वेदावी स्वयं सहायता समूह के हिम्मत सिंह बिष्ट ने बताया कि कोविड काल में उन्होंने पहाड़ में सामान्य चाय के बजाय हर्बल चाय पर फोकस किया। उन्होंने पहले एक-दो उत्पाद तैयार किए। इसके बाद सिलसिला चल निकला। आज तक वह 105 किस्म की चाय तैयार कर चुके हैं। उन्होंने चाय को स्वास्थ्य से जोड़ते हुए और नायाब बना दिया है।
ये किस्में खूब भा रहीं
एंटी एजिंग हर्बल टी, हेयर हेल्थ केयर हर्बल टी, वात्त-पित्त-कफ बैलेंस टी, रिफ्रेशमेंट हर्बल टी, डिटॉक्स हर्बल टी, इंप्रूव डाइजेशन हर्बल टी, स्लिम फिट हर्बल टी, स्किन केयर हर्बल टी, हार्ट केयर हर्बल टी, फर्टिलिटी बूस्टर हर्बल टी, डायबिटिक कंट्रोल हर्बल टी, ब्लैक टरमरिक टी।
चाय में लें फूलों की खुश्बू
हिम्मत सिंह बिष्ट ने बताया कि उन्होंने ब्लू, रोज, लेवेंडर जैसे तमाम फूलों से भी चाय तैयार की है। इन्हें पीने वालों को न केवल स्वास्थ्य लाभ होगा बल्कि चाय की चुस्कियों में फूलों की खुश्बू भी आएगी। उनका कहना है कि उन्होंने सभी चाय इस हिसाब से तैयार की है कि मौसम के हिसाब से हॉट, कोल्ड या आइस टी के रूप में आनंद लिया जा सकता है।
देवभूमि के फूलों की अगरबत्ती भी आकर्षण
वसंतोत्सव में विकास उनियाल और उनकी पत्नी ममता उनियाल देवभूमि के मंदिरों में अर्पित फूलों से बनी धूपबत्ती, बांस रहित अगरबत्ती लेकर पहुंचे। भावना नाम से उन्होंने ये स्टार्टअप शुरू किया है। देहरादून के मंदिरों के पुष्प एकत्र करने के लिए नगर निगम ने उन्हें गाड़ी उपलब्ध कराई है।
धूपबत्ती बनाते हैं
हरिद्वार में ई-रिक्शा की मदद से पुष्प एकत्र करते हैं। बदरीनाथ धाम में स्वयं सहायता समूह की मदद से तुलसी एकत्र करते हैं। सभी की धूपबत्ती बनाते हैं। जल्द ही अन्य मंदिरों के पुष्पों की सुगंध का आनंद देने की तैयारी कर रहे हैं।