आयोग के उपाध्यक्ष डा एसएस नेगी ने आज इस शंका का निवारण करते हुए कहा कि उन्हें मुख्यालय पौड़ी खोले जाने की पहले से जानकारी थी. उपाध्यक्ष के टूर पर उन्हें वाहन बैठने में कोई परेशानी नहीं है.
देहरादून (संवाददाता) : उत्तराखंड में नवगठित ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष पद पर नामित सेवानिवृत्त महानिदेशक वन एसएस नेगी ने कहा हैं कि नव गठित आयोग के सदस्य व उपाध्यक्ष व सदस्य पौड़ी मुख्यालय में बैठ कर ही अपना कामकाज करेंगे.
स्मरण रहे कि विगत दिनों मुख्यमंत्री द्वारा आयोग के गठन और उसका मुख्यालय पौड़ी बनाये जाने की घोषणा के साथ ही आशंका व्यक्त की जा रही थी कि आयोग का घोषित मुख्यालय नाम के लिए ही न हो.
आयोग के उपाध्यक्ष डा एसएस नेगी ने आज इस शंका का निवारण करते हुए कहा कि उन्हें मुख्यालय पौड़ी खोले जाने की पहले से जानकारी थी. उपाध्यक्ष के टूर पर उन्हें वाहन बैठने में कोई परेशानी नहीं है.
बता दें कि सरकार ने उत्तराखंड में नवगठित ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष पद पर सेवानिवृत्त महानिदेशक वन एसएस नेगी को नामित किया गया है। आयोग का मुख्यालय गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी में करने के आदेश भी बीते शुक्रवार को जारी कर दिए गए। यह आयोग ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की गति बनाए रखने और पलायन की रोकथाम के लिए कदम उठाएगा।
राज्य में पलायन एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आया है। उत्तराखंड बनने के बाद भी पर्वतीय क्षेत्रों से इसकी रफ्तार थमने की बजाए और बढ़ी है। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे इस राज्य के गांवों के लगातार खाली होने से सरकार की पेशानी पर भी बल पड़े हैं। इसे देखते हुए मौजूदा सरकार ने गंभीरता से कदम उठाने की ठानी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वतंत्रता दिवस पर ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के गठन का ऐलान किया। पलायन आयोग का मुख्यालय पौड़ी में स्थापित करने के निर्देश भी दिए थे, जिसके अनुपालन में शुक्रवार को शासनादेश भी जारी कर दिया गया। यही नहीं, मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले इस आयोग के उपाध्यक्ष पद पर भी तैनाती कर दी गई है। अपर सचिव ग्राम्य विकास युगल किशोर पंत ने बताया कि आयोग के उपाध्यक्ष पद पूर्व डीजी फॉरेस्ट एसएस नेगी की तैनाती के संबंध में प्रमुख सचिव मनीषा पंवार ने आदेश जारी कर दिए हैं।