देहरादून। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद प्रदेश के कई इलाकों में देर रात से बारिश शुरू हो गई है। राजधानी देहरादून समेत पहाड़ी इलाकों में बारिश से मौसम में ठंडक भी बढ़ गई है। सात जिलों में अगले चार दिन भारी बारिश हो सकती है। वहीं प्रशासन भी अलर्ट हो गया। सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम विभाग ने सात जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस दौरान प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी अच्छी बारिश होने का अनुमान है। मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार नौ जुलाई से प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश होगी।
विशेषकर राजधानी दून, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, चमोली, टिहरी और पौड़ी जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान है। प्रदेश के अन्य इलाकों में भी बादल छाये रहने और बारिश होने का अनुमान है।
प्रदेश में मानसून पहुंचने के बाद से मौसम विभाग लगातार भारी बारिश की चेतावनी जारी कर रहा है। इसको देखते हुए राज्य आपदा परिचालन केंद्र सभी जिलाधिकारियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश भी जारी कर चुका है। हालांकि राज्य में कुछेक स्थानों को छोड़कर बारिश काफी कम रही है।
मौसम केंद्र निदेशक के बिक्रम सिंह ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य के ज्यादातर इलाकों में पहुंच चुका है। सक्रिय मानसून के चलते अधिकांश इलाकों में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार 12 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है। उसके बाद मौसम में कुछ बदलाव आ सकता है।
कई रास्ते हुए बंद
बारिश के बाद चम्पावत जिले में NH 09 टिपिन टॉप पर बंद हो गया है। हाईवे पर लगातार पत्थर और मलवा आ रहा है। बारिश के कारण वहां और भी परेशानी हो रही है। साथ ही मलवा भी नहीं हटाया जा रहा है। पुलिस ने ट्रैफिक रूट भी डाइवर्ट कर दिया गया है।
वहीं, देर रात से हो रही बारिश के कारण देवाल-खाता मार्ग भी बंद हो गया है। यह रास्ता 15 से अधिक गांव को जोड़ता है। रास्ता बंद होने के कारण लोगों का संपर्क टूट गया है।
मसूरी-टिहरी बाईपास पर लक्ष्मण पुरी के पास सोमवार को दोपहर में भूस्खलन होने से मार्ग बाधित हो गया, जिस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा । भूस्खलन की सूचना पर राष्ट्रीय राजमार्ग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और सड़क से मलबा हटाकर यातायात सुचारु किया गया। यहां सड़क किनारे पड़े मलबे के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।