उरई। राम मंदिर पर सुप्रीमकोर्ट के फैसले के बाद दायर पुनर्विचार याचिका के पीछे कांग्रेस का हाथ है। यह बात राम जन्म भूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. रामविलास दास वेदांती ने बुधवार को जालौन जिले में उरई के जायसवाल टावर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही। वेदांती महाराज यहां के विवाह समारोह में हिस्सा लेने आए हुए थे।
उन्होंने कहा कि खुद राहुल व प्रियंका गांधी ने पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए आवश्यक धन भी उपलब्ध कराया है। कांग्रेस ने हमेशा से देश को बाट कर राजनैतिक रोटियां सेकीं है, इसलिए वे कभी नहीं चाहते कि राम मंदिर मुद्दे का हल हो।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को एकजुटता के सूत्र में बांधने का सार्थक प्रयास किया है। गैर भाजपाई सरकारों पर आरोप लगाया कि बंगलादेश, पाकिस्तान से कई आंतकवादी भारत में घुस आते और फिर यहां आतंकी हमले कर दहशत फैलाते हैं। नए बिल से आतंकी गतिविधियों पर न सिर्फ अंकुश लगेगा बल्कि देश भर में भाईचारा और प्रेम का संदेश जाएगा।
उन्होंने कहा कि जल्द ही कमेटी के गठन के बाद भव्य राम मंदिर बनेगा, जिसकी ऊचांई 1,111 फिट होगी, जिसे लखनऊ से देखा जा सकेगा। बताया कि सरकार जो भी ट्रस्ट बनाएगी, उसे सहजता से स्वीकार किया जाएगा।
उन्होंने विपक्ष के वकील राजीव धवन व कपिल सिब्बल पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि दोनों ही वकीलों को पाकिस्तान से फंडिंग मिलती थी, फंडिंग बंद होने की वजह से ही मुस्लिम पक्षकारों ने उन्हें इस बार दरकिनार कर दिया।
उन्होंने बताया कि देश का 90 प्रतिशत मुस्लिम राममंदिर के पक्ष में है और सभी चाहते है कि आयोध्या में भव्य राम मंदिर ही बने। इस मौके पर संतोष तिवारी जरियावाले, अशोक तिवारी, सुनील पांडे, दिलीप पांडे आदि मौजूद रहे।