मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार इसी हफ्ते किया जाएगा. खबर मिल रही है कि अब 8 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे. सूत्र बताते हैं कि पहले यह मंत्रिमंडल का विस्तार 7 जुलाई को होना था लेकिन जनता दल यू द्वारा अभी भी मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर पेंच फंसा हुआ है ऐसे में 8 जुलाई को मंत्रिमंडल का विस्तार होना लगभग तय माना जा रहा है सूत्र बताते हैं कि जिन्हें मंत्री बनाया जाना है उन्हें फोन भी आने शुरू हो चुके हैं आज सुबह से बीजेपी राष्ट्रीय कार्यालय से इन तमाम नेताओं को फोन जाना शुरू हो गया है उन्हें दिल्ली बुलाया गया है जहां उनका आरटीपीसीआर टेस्ट होगा , उसके बाद ही इन्हें शपथ लेने दी जाएगी माना जा रहा है आज ही तमाम नेता दिल्ली पहुंच जाएंगे जिसके बाद कल इसके बाद कॉल राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से इन तमाम नेताओं की मुलाकात होगी आपको बता दे ।पीएम मोदी की नए मंत्रिमंडल में 17 से 22 मंत्री शपथ लेंगे. माना जा रहा है जिन राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, उन राज्यों में सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में तरजीह दी जाएगी. इसके अलावा क्षेत्रीय दलों के नेताओं को मंत्रिपरिषद में शामिल कर एनडीए के कुनबा भी बढ़ाने की तैयारी है.जानिए किस राज्य से कितने मंत्री मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं.
उत्तर प्रदेश से तीन से चार मंत्री शामिल किए जाएंगे,अपना दल से अनुप्रिया पटेल,बिहार से दो से तीन मंत्री शामिल होंगे।बीजेपी से सुशील मोदी,जेडीयू से RCP सिंह और एलजेपी से पशुपती पारस,मध्य प्रदेश से दो मंत्री शामिल होंगे।ज्योतिरादित्य सिंधिया और राकेश सिंह के साथ महाराष्ट्र से एक से दो मंत्री शामिल होंगे।जिनमे नारायण राणे,हिना ग़ावित,रणजीत नाइक निम्बलकर हो सकते हैं।राजस्थान से एक मंत्री शामिल हो सकता है,जम्मू-कश्मीर से भी एक मंत्री बनाया जा सकता है।लद्धाख- एक मंत्री शामिल हो सकता है।असम से एक से दो मंत्री शामिल औऱ पश्चिम बंगाल से शान्तनु ठाकुर,निशीथ प्रामाणिक ओडिशा से एक मंत्री शमिल हो सकते हैं।
उत्तराखंड से तीरथ सिंह रावत या अनिल बलूनी को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।बता दें कि गठबंधन दल भी इस बार मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं. कैबिनेट में जेडीयू, एलजेपी और वाईएसआर कांग्रेस ने कई मंत्री शामिल हो सकते हैं.
मंत्रिमंडल में अतिरिक्त प्रभार वाले नौ मंत्री अतिरिक्त मंत्रालय छोड़ सकते हैं,जिनमे प्रकाश जावड़ेकर,पीयूष गोयल,धर्मेंद्र प्रधान,नितिन गडकरी,डॉ हर्षवर्धन,नरेंद्र सिंह तोमर,रविशंकर प्रसाद,स्मृति ईरानी और हरदीप सिंह पुरी अतिरिक्त मंत्रालय छोड़ सकते हैं।केंद्रीय मंत्रिमंडल में 81 सदस्य हो सकते हैं. वर्तमान में 53 मंत्री हैं, यानी 28 मंत्रियों को जोड़ा जा सकता है।