- आईएसआईएस ने मुहम्मद मुहसिन की तस्वीर को मैगजीन में छापा
- काबुल के गुरुद्वारे में हुए आतंकी हमले में 25 सिखों की गई थी जान
- अफगान सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में तीनों आतंकियों को कर दिया था ढेर
काबुल : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हर राय साहिब गुरुद्वारा में आत्मघाती हमला करने वाले ISIS आतंकियों में एक भारतीय भी था. इस आतंकी हमले में 25 सिखों की मौत हुई थी. ISIS ने काबुल के गुरुद्वारा पर आत्मघाती हमले को अंजाम देने वाले जिन तीन आतंकियों का नाम लिया है, उनमें एक भारतीय है.
ISIS ने इसका नाम अबु खालिद अल-हिंदी बताया है. हालांकि इसका असली नाम मुहम्मद मुहसिन है, जो केरल का रहने वाला था. वह कुछ समय पहले आतंकी संगठन ISIS में शामिल हो गया था. ISIS ने अपनी प्रोपेगेंडा मैगजीन अल-नाबा में मुहम्मद मुहसिन की तस्वीर भी छापी है.
इस तस्वीर में आतंकी मुहम्मद मुहसिन अपने बाएं हाथ में राइफल लिए और दाएं हाथ की एक उंगली उठाकर सैल्यूट करते नजर आ रहा है. केरल पुलिस के शीर्ष खुफिया सूत्रों ने आजतक को बताया कि यह तस्वीर 21 वर्षीय मुहम्मद मुहसिन की है. अभी तक माना जा रहा था कि वह पिछले साल जून में अफगानिस्तान में हुए ड्रोन हमले में मारा गया है.
सूत्रों के मुताबिक मुहम्मद मोहसिन इंजीनियरिंग का छात्र था. वह केरल के कसरगोड जिले के थ्रिक्करीपुर का रहना वाला है. आईएसआईएस का आत्मघाती हमलावर बनने वाला मुहसिन दूसरा भारतीय है.
इससे पहले अगस्त 2015 में अबु युसुफ अल-हिंदी उर्फ शफी अरमार रक्का में आत्मघाती हमले में मारा जा चुका है. यह पहले आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन में भी रहा चुका था. शफी अरमार पहला भारतीय था, जिसको अमेरिका ने वैश्विक आतंकी घोषित किया था.
आपको बता दें कि 25 मार्च की सुबह करीब 7:45 बजे ISIS के तीन आतंकियों ने काबुल स्थित गुरुद्वारा पर हमला किया था. इस दौरान आतंकियों ने गोलीबारी की थी और ग्रेनेड फेंके थे. जब आतंकियों ने यह हमला किया था, उस समय गुरुद्वारा में करीब 200 लोग मौजूद थे.
इसके हमले के बाद अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ देखने को मिली थी. करीब 6 घंटे की मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों को ढेर कर दिया था और 80 लोगों को आतंकियों के चंगुल से छुड़ा लिया था. इस आतंकी हमले में 25 सिखों की मौत भी हो गई थी