किन्नौर| हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी में नेशनल हाईवे-5 पर चील जंगल के पास चट्टानें गिरने से बड़ा हादसा पेश आया है| इस हादसे में एचआरटीसी बस की चपेट में आने की सूचना है| बताया जा रहा है कि चट्टानें गिरने से एचआरटीसी बस मलबे में दब गई है| सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर रवाना हो गई है| किन्नौर जिले में मूरंग-हरिद्वार रूट की यह बस है| अभी तक प्रशासन की ओर से कोई पुष्टि नहीं हुई है| चट्टानें गिरने से कई वाहन मलबे में दब गए हैं| एचआरटीसी बस और अन्य वाहनों में कितने लोग सवार थे, अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है| बस सड़क से नीचे खाई में गिर गई है|
प्रशासनिक जानकारी के अनुसार, बस के ड्राइवर ने हादसे के बाद घटना स्थल से जानकारी दी है कि बस में 35 से 40 लोग सवार थे| किन्नौर के भावानगर के पास की यह घटना है| बस सड़क से दूर दूर तक नहीं दिख रही है|
सीएम जयराम ने की पुष्टि
शिमला में विधानसभा के परिसर के बाहर सीएम जयराम ठाकुर ने घटना की पुष्टी की है और कहा कि सिर्फ जानकारी मिली है. बस के अलावा, कुछ गाड़ियां भी दबीं हैं. एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही पुलिस और प्रशासन को भी कहा गया है. ज्यादा जानकारी नहीं है.
डीएसपी भावानगर राजू के मुताबिक रिकांगपिओ से हरिद्वार जा रही हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस का चालक ही बचा है। बाकी सब मलब में दबे हुए हैं। चालक के मुताबिक बस में 30 से 35 यात्री सवार थे। बताया जा रहा है बस समेत एक ट्रक व पांच से छह छोटी गाडि़यां भी मलबे की चपेट में आई हैं।
घटनास्थल के दोनों तरफ अभी भी पत्थर और मलबा गिर रहा है। इस कारण प्रशासन व बचाव दल मौके पर नहीं पहुंच पाए हैं। बस के अलावा छोटे वाहनों में भी कई लोग सवार थे, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि 50 से ज्यादा मलबे की चपेट में आ गए हैं। सड़क पर भारी मलबा गिरने के कारण प्रशासन व बचाव दल को मौके पर पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।