समाजवादी पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी तेज कर दी है। इस कड़ी में पार्टी ने कुमाऊं मंडल की सभी 29 सीटों पर खुद चुनाव लडऩे का फैसला लिया है। इसके लिए दावेदारों से आवेदन भी आमंत्रित किए जा चुके हैं। हरिद्वार व देहरादून की सभी सीटों पर सपा अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। गढ़वाल मंडल की शेष सीटों पर सपा समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन की संभावना भी तलाश रही है।
समाजवादी पार्टी का राज्य गठन के बाद प्रदेश में बहुत अधिक जनाधार नहीं है। बावजूद इसके सपा हमेशा से ही उत्तराखंड को पार्टी के लिए मुफीद मानती आई है। इसका कारण राज्य गठन के बाद वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का हरिद्वार सीट जीतना रहा। हालांकि, विधानसभा चुनावों में पार्टी अभी तक अपना राजनीतिक धरातल तलाश रही है। अब सपा बदले हुए तेवर के साथ चुनाव में उतर रही है। सपा ने चुनावों के लिए नई हवा है नई सपा है का नारा दिया है।
सपा ने अपने प्रतिज्ञापत्र में प्रशासन, पर्यटन, पुरोहित समाज, शिक्षा व रोजगार की दिशा में कार्य करने की बात कही है। साथ ही आमजन की समस्याओं के समाधान को तहसील दिवस की भांति ब्लाक दिवस का आयोजन करने, राज्य के पर्यटन नेटवर्क को बढ़ाते हुए इससे आय दोगुना करने, सभी तीर्थों व उससे जुड़े व्यक्ति के सम्मान व समृद्धि करने के लिए कार्य करने, रोजगार परक शिक्षा के तहत रोजगार परक कोर्स संचालित करने और न्यूनतम पारिवारिक आय की गारंटी दी है।