नई दिल्ली : कोरोना संकट के काल में सरकार के राहत पैकेज के ऐलाने के एक दिन बाद आज आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने देश को बड़ी राहत दी है। मीडिया से बातचीत में आरबीआई गवर्नर ने माना कि कोरोना की वजह से दुनिया के हालात खराब हैं और अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी फैसले लेने का वक्त है।
आपको बताते हैं आरबीआई की प्रेस कांफ्रेस की 10 बड़ी बातें।
- कोरोना संकट की वजह से देश के ज्यादातर सेक्टर पर बुरा असर।
- कोरोना संकट को देखते हुए रिजर्व बैंक ने रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट घटाया।
- रेपो रेट में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती. 5.15 से घाटा कर 4.4 किया गया।
- रिवर्स रेपो रेट में 90 बेसिस प्वाइंट की कटौती, 4.9 से घटकर 4 हुआ।
- इस फैसले से 3.74 करोड़ रुपये की नकदी सिस्टम में आएगी।
- सभी कमर्शियल बैंकों को सलाह दी कि ब्याज और कर्ज अदा करने में 3 महीने की छूट दी जाए।
- देश की अर्थव्यवस्था पर कोरोना का असर पड़ सकता है।
- कोरोना की वजह से दुनिया भर में मंदी बढ़ सकती है।
- तेल की बढ़ती कीमतों से फायदों होगा।
- कोरोना की वजह से GDP की विकास दर में असर दिखेगा।
स्मरण रहे कि 21 दिनों के लॉकडाउन के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबों के लिए गुरुवार को 1.70 लाख करोड़ के स्पेशल पैकेज का ऐलान किया था। राहत पैकेज के ऐलान में वित्त मंत्री ने ईएमआई पर कुछ नहीं कहा था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी पीएम मोदी को लेटर लिखकर यह मांग की है कि लोगों के लोन ईएमआई भुगतान को छह महीने के लिए टाल दिया जाए। वित्त मंत्रालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रिजर्व बैंक (आरबीआई) को लेटर लिखकर कहा है कि वह ग्राहकों को राहत देने के लिए आपातकालीन उपाय करे।