दो हजार से अधिक स्कूलों, धार्मिक स्थलों के सेनेटाइजेशन का कार्य किया. तीन हजार युवा स्वयंसेवकों की मदद से 663 स्थानों पर 12,000 से अधिक जरुरतमंद परिवारों में राहत सामग्री पहुंचाई गई है. जिसमें प्रति परिवार 20 किलो राशन वितरित किया गया है. तथा 20,000 लोगों को मास्क, साबुन और सेनेटाइजर प्रदान किए गए हैं.
जम्मू कश्मीर(vsk bharat) : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जम्मू कश्मीर के प्रांत संघचालक ब्रिगेडियर सुचेत सिंह ने कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए संपूर्ण देश में लॉकडाउन है. इसकी वजह से विशेषकर गरीब परिवारों को समस्याएं आई हैं. इन लोगों की मदद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवा कार्य कर रहा है. जम्मू-कश्मीर में भी आरएसएस एवं सेवा भारती के स्वयंसेवक सेवा कार्य में जुटे हैं. स्वयंसेवकों द्वारा राशन सामग्री, भोजन पैकेट, चिकित्सकीय सुविधा व अन्य सहायता दी जा रही है.
जम्मू कश्मीर और लद्दाख में अब तक तीन हजार युवा स्वयंसेवकों की मदद से 663 स्थानों पर 12,000 से अधिक जरुरतमंद परिवारों में राहत सामग्री पहुंचाई गई है. जिसमें प्रति परिवार 20 किलो राशन वितरित किया गया है. तथा 20,000 लोगों को मास्क, साबुन और सेनेटाइजर प्रदान किए गए हैं. इसके अलावा दो हजार स्कूलों, धार्मिक स्थलों एवं विभिन्न इलाकों को स्प्रे के जरिए सेनेटाइज किया गया है. इसके साथ ही पांच हजार से अधिक लोगों को भोजन के पैकेट तैयार कर वितरित किए गए हैं. इस कार्य में 18,00 लोगों ने सहयोग दिया है. उन्होंने कहा कि स्थिथि सामान्य होने तक सेवा कार्यों का क्रम इसी तरह जारी रहेगा.
उन्होंने बताया कि संकट की घड़ी में संघ के स्वयंसेवक जाति, पंथ, समाज में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करने की परंपरा को निभाते हुए, लॉकडाउन से प्रभावित स्थानीय गरीब, असहाय और जरुरतमंद लोगों के अलावा प्रवासी मजदूरों की मदद में जुटे हैं. इसमें सेवा भारती के संकटमोचन रिलीफ दल ने समूचे जम्मू कश्मीर में अहम भूमिका अदा की है. स्वयंसेवकों की विभिन्न टोलियां सिर्फ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में ही नहीं, बल्कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में भी सक्रिय हैं. जम्मू शहर से बाहर रहने वाले लोगों के लिए भी सेवा कार्य चल रहे हैं. इसके लिए प्रत्येक जिले में हेल्पलाइन सेवा भी शुरू की गई है. जनता को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श देने के लिए डॉक्टरों की भी एक हेल्पलाइन सेवा शुरु की जा रही है.