नौसेना के चारों जवानों के पार्थिव शरीर नेवी हेड क्वार्टर भेजे, दो की तलाश जारी

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उत्तराखंड में त्रिशूल पर्वत आरोहण के दौरान हिमस्लखन की चपेट में आए नौ सेना के चारों जवानों के पार्थिव शरीर वायु सेना के हेलीकॉप्टर से नेवी हेड क्वार्टर के लिए भेज दिए हैं। जहां से पार्थिव शरीर उनके पैतृक घर भेजे जाएंगे।

त्रिशूल पर्वत पर पर्वतारोहण के लिए नौसेना के दल के कुछ सदस्य हिमस्लखन की चपेट में आ गए थे। शुक्रवार से लापता जवानों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। भारतीय सेना की ओर से रेस्क्यू कर शनिवार देर शाम चार जवानों के शव बरामद कर लिए गए थे, जिन्हें रविवार को वायु सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से जोशीमठ लाया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ में चिकित्सकों ने चारों का पोस्टमार्टम करने के बाद आर्मी के सुपुर्द कर दिया। आर्मी हेलीपैड पर चारों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विशेष हेलीकॉप्टर से हेड क्वार्टर भेज दिया है। लापता जवानों की तलाश में भारतीय सेना का खास योगदान रहा। लगातार खराब मौसम के बावजूद सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर चारों जवानों के शव बरामद किए, जबकि अभी एक जवान और शेरपा लापता है, जिनकी तलाश जारी है।बता दें कि त्रिशूल पर्वत पर आरोहण के लिए नौसेना का दल 23 सितंबर को सुतोल गांव से आगे निकला था। रविवार सुबह करीब पांच बजे दल के कुछ सदस्य हिमस्खलन की चपेट में आने से लापता हो गए थे। तभी से लापता सदस्यों की तलाश के लिए अभियान चल रहा था।

बचाव अभियान में खराब मौसम की वजह से बार-बार अड़चन आती रही। बाद में चार अधिकारियों के शव बरामद कर लिए गए। दो लापता की तलाश जाीर है। बताया जा रहा है कि अभियान दल में शामिल नौसेना के कमांडर कार्तिकेयन सुंदरम व उनकी 13 वर्षीय बेटी काम्या व अन्य सदस्य बेस कैंप में सुरक्षित हैं।

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