नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) की आपत्ति के बाद बंद किए गए राजाजी टाइगर रिजर्व को फिर से खोलने के लिए रिजर्व प्रशासन एनटीसीए जाने की तैयारी कर रहा है। सफारी संचालकों की समस्याओं को देखते हुए अधिकारी अनुरोधपत्र तैयार करने में जुट गए हैं।राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक डीके सिंह ने बताया कि मोतीचूर और चीला रेंज में बड़ी संख्या में पर्यटक सफारी करने आ रहे थे। इससे सैकड़ों सफारी संचालकों की भी माली हालत सुधरने लगी थी, जो पिछले दो साल से कोरोना संकट के चलते गंभीर आर्थिक संकटों का सामना कर रहे हैं। ऐसे में पर्यटकों के साथ ही सफारी संचालकों की दिक्कतों को देखते हुए एनटीसीए में नए सिरे से जाने की तैयारी है। एनटीसीए से अनुुरोध किया जाएगा कि टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के लिए दोबारा खोलने का आदेश जारी किया जाए। ताकि पर्यटकों के साथ-साथ सफारी संचालकों को राहत मिल सके।
पिछले दिनों एनटीसीए ने अधिवक्ता गौरव कुमार बंसल के प्रार्थनपत्र पर सुनवाई करते हुए राजाजी टाइगर रिजर्व को 15 नवंबर के बजाय एक अक्तूबर से ही खोले जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए तत्काल बंद करने का आदेश दिया था।
सफारी वेलफेयर सोसाइटी ने भी उठाई मांग
राजाजी टाइगर रिजर्व सफारी वेलफेयर सोसाइटी ने भी एनटीसीए और टाइगर रिजर्व प्रशासन से मांग की है कि टाइगर रिजर्व को दोबारा पर्यटन गतिविधियों के लिए खोल दिया जाए। महासचिव शशि राणाकोटि का कहना है कि तमाम सफारी संचालक पिछले दो साल से कोरोना संकट के चलते गंभीर आर्थिक संकटों का सामना कर रहे हैं। ऐसे में यदि टाइगर रिजर्व को कुछ पहले खोल दिया जाता है तो इससे जहां पर्यटन का बढ़ावा मिलेगा, वहीं सफारी संचालकों को भी राहत मिल सकेगी।