नई दिल्ली : पीएम मोदी की अपील पर दीपक जलाने पर क्रिकेटर मोहम्मद कैफ की तरह ही जहीर खान भी कट्टरपंथी जमात के निशाने पर आ गए हैं। पाँच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए तमाम देशवासियों ने कैंडल, दीप, टॉर्च, मोबाइल का फ्लैश लाइट जलाकर इस बात का परिचय दिया था कि पूरा देश इस महामारी से निपटने में एक साथ खड़ा है।
क्रिकेटर मोहम्मद कैफ तथा जहीर खान सहित अनेकों अल्प संख्यक वर्ग के सेलिब्रिटीज ने भी मोदी के अपील पर दीया जलाया, जिसकी तस्वीरें वायलर हुई तो कट्टरपंथी भड़क गए।
कटटरपंथी मुस्लिमों को जहीर खान, मोहम्मद कैफ का दीया जलाना रास नहीं आया। वो जहीर व कैफ को दीया जलाते देख आग-बबूला हो गए और सोशल मीडिया पर जमकर उल्टा-सीधा कमेंट कर जहर उगलने लगे। कई यूजर्स ने तो उन्हें इसके लिए गालियाँ भी दी।
वैसे ज्यादातर लोग जहीर खान की तारीफ ही कर रहे हैं। बस कुछ चंद कट्टरपंथी ही विरोध कर रहे हैं। साकिब तंजील नाम के एक मुस्लिम युवक ने जहीर खान की फोटो पर कमेंट करते हुए लिखा, “तुम मरकज के साथ क्यों नहीं खड़े होते हो?” साद खान जैसे कई अन्य मुस्लिम यूजर्स ने साकिब तंजील के कमेंट का समर्थन किया। वहीं असद पठान ने कहा, “अंधभक्तों की तरह तुम भी दिया जला रहे हो।” मोहम्मद तस्लीम ने लिखा, “दुख है!!! एक और मुसलमान मोदी भक्त है। वाह मोदी जी वाह, एक और मुस्लिम पे जादू कर दिए।” इतना ही नहीं, दीप जलाने को लेकर जुनैद अहमद नाम के यूजर ने तो जहीर खान को जोरु का गुलाम तक कह दिया। उसने लिखा, “जहीर खान हिन्दू है, जोरु का गुलाम है।”
क्रिकेटर मोहम्मद कैफ व जहीर खान के अलावा भारतीय क्रिकेटर्स में विराट कोहली, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या, सुरेश रैना, हरभजन सिंह, शिखर धवन, आर अश्विन और रवि शास्त्री ने दीए जलाए तो वहीं पीवी सिंधू और साइना नेहवाल ने भी इस पावन काम में सबसे साथ खड़ी नजर आईं। इन सब खिलाड़ियों ने सोशल साइट पर वीडियोज भी शेयर किए।