- “पीएम केयर्स फंड” के एनुअल ऑडिट के अनुसार, पहला अंशदान सवा दो लाख रुपये का था। इस फंड में शुरुआती 5 दिन के भीतर 3,076 करोड़ रुपये जमा हो चुके थे।
- प्रधानमंत्री मोदी अपनी निजी बचत से खुल कर दान करते हैं। उन्होंने अपनी निजी बचत से सफाई कर्मचारियों के कल्याण के लिए बनी निधि में 21 लाख रुपये दान किए थे। साउथ कोरिया से मिले सियोल पीस प्राइज की 1.3 करोड़ रुपये की रकम भी उन्होंने ‘नमामि गंगे’ प्रोजेक्ट के लिए दे दी थी।
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “पीएम केयर्स फंड” में पहला अंशदान खुद किया था। कोविड-19 महामारी के लिए 27 मार्च को बने इस फंड में उन्होंने 2.25 लाख रुपये दान किए। साल 2019-20 के लिए “पीएम केयर्स फंड” के एनुअल ऑडिट के अनुसार, पहला अंशदान सवा दो लाख रुपये का था। इस फंड में शुरुआती 5 दिन के भीतर 3,076 करोड़ रुपये जमा हो चुके थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “पीएम मोदी लंबे समय से जनता के हित में दान देते रहे हैं। “पीएम केयर्स फंड” में सवा दो लाख रुपये की शुरुआती रकम पीएम ने दान की थी।” इस जानकारी का पता चलते ही ट्विटर पर Rs 2.25 ट्रेंड करने लगा।
खुलकर दान करते रहे हैं मोदी
प्रधानमंत्री मोदी पिछले साल जब कुंभ मेला में गए थे तो उन्होंने अपनी निजी बचत से सफाई कर्मचारियों के कल्याण के लिए बनी निधि में 21 लाख रुपये दान किए थे। साउथ कोरिया से मिले सियोल पीस प्राइज की 1.3 करोड़ रुपये की रकम भी उन्होंने ‘नमामि गंगे’ प्रोजेक्ट के लिए दे दी थी। फिर उन्होंने वित्त मंत्री को चिट्ठी लिखी कि इस प्राइज मनी को मिली टैक्स में छूट वापस ले ली जाए। अधिकारियों ने कहा कि मोदी को पीएम रहते मिले सभी तोहफों और प्रतीक चिन्हों की नीलामी से हासिल होने वाली रकम भी ‘नमामि गंगे’ मिशन को दी गई। इसमें ताजा ऑक्शन से मिले 3.4 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।
ट्विटर पर ट्रेंड होने लगा Rs 2.25
आज गुरुवार को जब यह जानकारी सामने आई तो ट्विटर पर चर्चा शुरू हो गई। सुबह से ही “पीएम केयर्स फंड” के अलावा Rs 2.25 ट्रेंड कर रहा था।
सीएम रहते मिले गिफ्ट्स भी नीलाम
2014 में नरेंद्र मोदी ने जब गुजरात के मुख्यमंत्री का पद छोड़ा, तब पीएम मोदी ने राज्य सरकार स्टाफ के लिए निजी बचत से 21 लाख रुपये दान दिए थे। मोदी ने गुजरात सीएम रहते हुए गिफ्ट्स के जरिए 89.96 करोड़ रुपये जुटाए थे। उन्होंने सारी रकम कन्या केलवणी फंड में दान कर दी और पैसा बच्चों की शिक्षा पर खर्च हुआ।