उत्तराखंड के पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश के साथ ही नई दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान आदि राज्यों से ट्रेन, बसों से प्रतिदिन सैकड़ों प्रवासी घर लौट रहे हैं. जिनको पंजीकरण, मेडिकल जांच और आगे की परिवहन व्यवस्था के लिए ग्रासनगंज स्थित रामलीला मैदान में स्थापित परिसर में लाया जा रहा है.
कोटद्वार (पौड़ी) : देश के विभिन्न प्रांतों से उत्तराखंड वापिस आ रहे प्रवासियों की सहायता और सेवा के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक तन्मयता के साथ जुटे हैं. ग्रासनगंज स्थित रामलीला मैदान में प्रवासियों के पंजीकरण, मेडिकल जांच और सहायता हेतु प्रशासन द्वारा स्थापित परिसर में स्वयंसेवकों द्वारा सहायता केन्द्र स्थापित कर प्रवासियों और परिसर में कार्यरत कोरोनावीरों को चाय, बिस्कुट के पैकेट, पानी की बोतलें इत्यादि वितरित की जा रही हैं.
उत्तराखंड के पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश के साथ ही नई दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान आदि राज्यों से ट्रेन, बसों से प्रतिदिन सैकड़ों प्रवासी घर लौट रहे हैं. जिनको पंजीकरण, मेडिकल जांच और आगे की परिवहन व्यवस्था के लिए ग्रासनगंज स्थित रामलीला मैदान में स्थापित परिसर में लाया जा रहा है.
पश्चिम उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचार प्रमुख पदम कुमार ने कहा कि स्वयंसेवक देश के सभी भागों में वंचित वर्ग, आम जनों और जरूरतमंदों की जरूरतों के अनुसार सेवा के अनेक तरह के कार्य कर रहे हैं. कोटद्वार में भी संघ के स्वयंसेवकों द्वारा लॉकडाउन लागू होने के बाद से जरूरतमंदों को भोजन, राशन सामग्री आदि का बड़े पैमाने पर निःशुल्क वितरण, अस्पताल की आवश्यकता के अनुसार सामूहिक रक्तदान, 6 स्थानों पर 272 कोरोना योद्धाओं का सामूहिक अभिनन्दन, ग्रासनगंज स्थित रामलीला मैदान में 14 मई से जलपान और सहायता केन्द्र चल रहा है.
प्रवासियों के लिए संचालित जलपान और सहायता केन्द्र में स्वयंसेवक सरकारी निर्देशों के अनुरूप फिजिकल डिस्टेंसिंग अपनाते हुए प्रतिदिन विभिन्न राज्यों से आ रहे सैकड़ों प्रवासियों के लिए व्यवस्थाएं कर रहे हैं.