राज्यसभा सदस्य व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने आपदा में ध्वस्त हो चुके कुमाऊं भर के करीब 300 घरों के पुर्ननिर्माण का मुद्दा केंद्रीय मंत्रियों के समक्ष उठाया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय योजनाओं के जरिये इन घरों को फिर से बनाया जाना है। मंगलवार को उन्होंने सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार से आपदा के संबंध में चर्चा की।
राज्यसभा सदस्य बलूनी ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी व केंद्रीय ग्राम्य विकास मंत्री गिरिराज सिंह से फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि केंद्रीय योजनाओं के तहत उत्तराखंड में ध्वस्त हो चुके आवासों को फिर बनाना है। इसके लिए मंत्रियों ने पूरी रिपोर्ट मांगी है। बलूनी ने बताया कि कमिश्नर से रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। 27 अक्टूबर को रिपोर्ट केंद्रीय मंत्रियों को भेजी जाएगी। इसके बाद निर्धारित योजना के तहत आवास बनाने को लेकर प्रक्रिया होगी। वहीं, दिनभर सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं के अलावा तमाम लोगों का तांता लगा रहा। लोगों ने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए ज्ञापन भी सौंपा।
स्वास्थ्य सेवा को दुरुस्त किए जाने की मांग का लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे राज्य आंदोलनकारियों ने राज्यसभा सदस्य बलूनी से सर्किट हाउस में मुलाकात की। आंदोलनकारियों ने ज्ञापन सौंपा और कहा कि डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय को एम्स की तर्ज पर विकसित किया जाए। इससे कुमाऊं भर के लोग लाभान्वित होंगे। बलूनी ने इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता कर राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त किए जाने का आश्वासन दिया। इस दौरान मोहन पाठक, कैलाश तिवारी समेत कई राज्य आंदोलनकारी शामिल थे।