श्वेता तीन बहनों में दूसरे नंबर की है। उसका एक छोटा भाई भी है। पिता की मौत कोविड से हुई थी। जबकि उसकी मां का कैंसर से पहले ही देहांत हो चुका है। वह मूलरूप से बुलंदशहर की निवासी है। 18 साल से उसका परिवार रुद्रपुर में रह रहा है।
श्वेता की बड़ी रुद्रपुर कॉलेज से मनीषा बीकाम कर रही है। वह थर्ड ईयर में है। वहीं श्वेता सिंह इंटर करके परीक्षा की तैयारी कर रही है। बता दें कि श्वेता ने बनारस हिंदू विवि में बीए आनर्स का इंट्रेंस भी निकाल लिया था। लेकिन वह वहां एडमिशन नहीं ले सकी।
श्वेता के घर का खर्चा वात्सल्य योजना के तहत तीन हजार रुपये और जिस कंपनी में पिता काम करते थे उस कंपनी से प्रतिमाह मिलने वाले 10 हजार रुपये से चलता है। बड़ी बहन मनीषा इन्हीं पैसों से पूरे घर का खर्च चलाती थी।
बड़ी बहन बनीषा ने स्वीकार किया कि श्वेता इस बहुत ज्यादा मोबाइल में इंगेज रहती थी। जब उसे टोकती थी तब वो नाराज हो जाती थी। पुलिस ने श्वेता से दो मोबाइल भी बरामद किए हैं। पकड़ी गई युवती के मोबाइल की जांच के बाद मामले से जुड़े कई और राज खुल सकते हैं।
बंग्लुरू में पकड़े गए युवक से उसकी इंटरनेट मीडिया के जरिये पहचान हुई थी। श्वेता ने खुलासा किया है कि उसकी आईडी नेपाल के किसी यू जी नाम का युवक आपरेट करता था। ऐसे में बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।