महाकुंभ हादसे को लेकर सोमवार को विपक्ष ने संसद में जमकर हंगामा किया। विपक्ष की मांग है कि स्थगन प्रस्ताव लाकर महाकुंभ हादसे पर चर्चा की जाए और मृतकों की संख्या की पुष्टि की जाए। विपक्ष ने राज्यसभा से इस मुद्दे पर वॉकआउट भी किया। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने आशंका जताई कि महाकुंभ हादसे में षडयंत्र हो सकता है और हादसे की जांच के बाद पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी। वहीं सपा सांसद जया बच्चन ने महाकुंभ हादसे को लेकर बेतुका बयान दिया और कहा कि इस वक्त सबसे दूषित पानी कुंभ का है क्योंकि भगदड़ के बाद लोगों के शव गंगा में बहाए गए।
रविशंकर प्रसाद ने जताई षडयंत्र की आशंका
रविशंकर प्रसाद ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा कि ‘राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में महाकुंभ की भी चर्चा की। कल रात तक खबर मिली कि 35 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। उन्होंने हादसे पर दुख भी जताया, लेकिन उस हादसे की भी जांच चल रही है और उसमें भी षडयंत्र की बू आ रही है। जब पूरी जांच हो जाएगी तो वो हादसा किसने करवाया, उन्हें शर्म से झुकना पड़ेगा।’ भाजपा सांसद ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘ये कुंभ और सनातन का नाम सुनते ही इन्हें परेशानी क्यों हो जाती है। लेकिन मैं एक बात इस सदन में साफ करना चाहता हूं कि सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। हजारों साल में तो लोग सनातन को कमजोर कर नहीं सके तो ये लोग क्या हैं।’
जया बच्चन का बेतुका बयान
सपा की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि अभी सबसे दूषित पानी कहां का है? कुंभ का है। शव नदी में फेंके गए, जिससे पानी दूषित हुआ। असल मुद्दों पर बात नहीं हो रही है। आम व्यक्ति जो कुंभ जा रहा है, उसे विशेष सुविधाएं नहीं मिल रही हैं और उनके लिए कोई इंतजाम नहीं हैं। झूठ बोला जा रहा है कि करोड़ों लोग स्नान कर चुके हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग एक जगह कैसे इकट्ठा हो सकते हैं?