मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को राज्य विधानसभा में कहा कि वह अब भी हिंदुत्व के एजेंडे पर कायम हैं। उन्होंने फडणवीस को अपना दोस्त बताया और कहा कि पांच सालों तक उन्होंने कभी सरकार गिराने की कोशिश नहीं की। कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले के विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने सदन में दिए अपने अभिभाषण में यह बातें कहीं।
ठाकरे ने कहा, ‘मैं एक खुशकिस्मत मुख्यमंत्री हूं क्योंकि जो पहले मेरा विरोध करते थे आज वह मेरे साथ हैं। जो मेरे साथ थे आज वह मेरे विपक्ष में बैठे हैं। मैं यहां अपनी किस्मत और लोगों के आशीर्वाद से पहुंचा हूं। मैंने कभी किसी को नहीं बताया कि मैं यहां आने वाला हूं लेकिन मैं यहां पहुंचा।’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने देवेंद्र फडणवीस से बहुत कुछ सीखा है और मैं हमेशा उनका दोस्त रहूंगा। मैं अब भी हिंदुत्व की विचारधारा के साथ हूं और कभी इसे नहीं छोड़ूंगा। पिछले पांच सालों में मैंने कभी सरकार को धोखा नहीं दिया।’
ठाकरे ने फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि आप एक जिम्मेदार नेता रहते तो भाजपा और शिवसेना अलग नहीं होते। उन्होंने कहा, ‘मैं आपको (देवेंद्र फडणवीस) विपक्ष का नेता नहीं कहूंगा लेकिन मैं आपको एक जिम्मेदार नेता कहूंगा। यदि आप हमारे साथ अच्छे से रहते तो यह सब (भाजपा और शिवसेना का अलगाव) कभी नहीं होता।’
फडणवीस को दिया गया विपक्ष के नेता का दर्जा
महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस को रविवार को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया गया। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने सदन में इस आशय की घोषणा की।
पटोले ने कहा कि विधानसभा में भाजपा को विपक्षी पार्टी का दर्जा दिया गया है और फडणवीस विपक्ष के नए नेता होंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और कुछ मंत्रियों ने फडणवीस को बधाई दी। फडणवीस राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हैं।