- उत्तराखंड पिछले तीन चार रोज से ठीक ठाक बारिस हो रही है। इससे लोगों की गर्मी से राहत मिली है।
- मई में तो उत्तराखंड में सामान्य से 54 फीसद अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई।
- सामान्य तौर से प्रदेश में 155.30 मिमी बारिश होती थी। इस बार 238.40 मिमी बारिश दर्ज हुई।
- कुमाऊं के लिहाज से देखें तो बागेश्वर जिले में सामान्य से दो गुना बारिश हुई है।
- नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में भी सामान्य से 50 फीसद से अधिक बारिश हुई है। च
- म्पावत को छोड़ शेष जिलों में भी बारिश का रिकॉर्ड अच्छा रहा।
नई दिल्ली : मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है। भारतीय (IMD) ने आज इसकी घोषणा की। दक्षिण पश्चिम मानसून के केरल में दस्तक देने के साथ ही चार महीने का लंबा बारिश वाला मौसम शुरू हो गया। जल्द ही यह देश के दूसरे राज्यों में भी पहुंच जाएगा।
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में दस्तक दे दी। जून से सितंबर तक चलने वाले इस मानसून की वजह से देश में 75 फीसद बारिश होती है। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने 30 मई को मानसून आने की घोषणा की थी, लेकिन आईएमडी ने इससे इनकार करते हुए कहा था कि इस तरह की घोषणा के लिए अभी स्थितियां बनी नहीं हैं।
केरल और कर्नाटक में हो रही तेज बारिश
भारत में आज केरल में मानसून का आगमन होते ही आस-पड़ोस के राज्यों में भी मूसलाधार बारिश होने लगी है। कर्नाटक के हुबली व शिवमोग्गा में भी आज मौसम ने करवट बदली है। यहां तेज बारिश हो रही है। केरल के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश जारी। तिरुवनंतपुरम में मूसलाधार बारिश हो रही है।
उत्तराखंड में भी मौसम सुहाना, पहाड़ों में हो रही बारिस
उत्तराखंड पिछले तीन चार रोज से ठीक ठाक बारिस हो रही है। इससे लोगों की गर्मी से राहत मिली है। मई में तो उत्तराखंड में सामान्य से 54 फीसद अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। सामान्य तौर से प्रदेश में 155.30 मिमी बारिश होती थी। इस बार 238.40 मिमी बारिश दर्ज हुई। कुमाऊं के लिहाज से देखें तो बागेश्वर जिले में सामान्य से दो गुना बारिश हुई है। नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में भी सामान्य से 50 फीसद से अधिक बारिश हुई है। चम्पावत को छोड़ शेष जिलों में भी बारिश का रिकॉर्ड अच्छा रहा।
कुमाऊं के चम्पावत जिले में सबसे कम बारिश हुई। यहां सामान्य से 22 फीसद कम बारिश दर्ज की गई है। मई के आखिरी दिनों में जहां 40 डिग्री के आसपास तापमान रहता था, इस बार अच्छी बारिश की वजह से तापमान 30 डिग्री से भी नीचे पहुंच गया था। जिससे लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की।