दिल्ली: केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने अपने बेटे चिराग पासवान को अपनी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी की कमान सौंप दी है. दिल्ली में मंगलवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चिराग को पार्टी अध्यक्ष चुना गया. चिराग पासवान को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पूर्ण समर्थन से दिल्ली में पारित किया गया. पार्टी की स्थापना से लगातार अब तक रामविलास पासवान अध्यक्ष रहे हैं. रामविलास ने चिराग पासवान को कार्यभार सौंपते हुए कहा कि ‘उनके लिए मंत्रालय और पार्टी साथ में चलाना मुश्किल था.’ लोजपा की स्थापना 73 वर्षीय रामविलास पासवान ने वर्ष 2000 में की थी.
कुछ महीने पहले ही चिराग पासवान को पार्टी की कमान देने की बात कही गई थी. उस दौरान कहा गया था कि केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की कमान अपने बेटे चिराग पासवान को सौंप सकते हैं. सूत्रों ने बताया था कि 35 वर्षीय चिराग नवंबर में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाल सकते हैं. वह बिहार की जमुई लोकसभा सीट से दूसरी बार सांसद बने हैं. पार्टी के नये नेतृत्व के बारे में जब राम विलास पासवान से संवाददाताओं ने पूछा तो उन्होंने कहा था कि पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अपने नेतृत्व के बारे में निर्णय ले सकती है.
उन्होंने कहा था कि यह तय है कि नयी पीढ़ी पार्टी की कमान संभालने आगे आएगी. लोजपा की बिहार इकाई के कार्यवाहक अध्यक्ष के तौर पर चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति कुमार पारस की जगह लेंगे. पारस को राम विलास पासवान के एक और भाई राम चंद्र पासवान के निधन के बाद लोजपा की इकाई दलित सेना का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
केंद्र में सत्तारूढ़ राजग में भाजपा की सहयोगी लोजपा के लोकसभा में पांच सदस्य हैं. राजग ने रामचंद्र पासवान के निधन के बाद खाली हुई समस्तीपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया था. संभावना व्यक्त की जा रही है कि 21 अक्टूबर के उपचुनाव में राम चंद्र के बेटे प्रिंस राज अपनी चुनावी किस्मत आजमाएंगे.