आपदा के कारण दारमा घाटी में फंसे सभी पर्यटकों को वायु सेना ने चार दिन के रेस्क्यू अभियान के बाद निकाल लिया है। रविवार को 11 पर्यटकों समेत 18 लोगों को हेलीकॉप्टर से धारचूला लाया गया। सेना ने हेलीकॉप्टर से चीन सीमा के निकट स्थित अग्रिम पोस्ट के लिए 15 क्विंटल रसद भी भेजी।
17 से 19 अक्तूबर तक हुई बारिश और बर्फबारी के कारण सड़कें बंद होने से पंचाचूली घूमने गए पर्यटक दारमा घाटी में फंस गए थे। स्थिति को देखते हुए सरकार ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को निकालने के लिए वायुसेना की मदद से चार दिन तक राहत और बचाव अभियान चलाया।
शनिवार को व्यास घाटी से फंसे पर्यटकों को तो निकाल लिया गया लेकिन मौसम खराब होने के कारण दारमा घाटी में बचाव कार्य नहीं हो पाया था। रविवार को मौसम ठीक होने पर वायुसेना के एएलएच हेलीकॉप्टर ने 18 लोगों को सुरक्षित निकाला। इनमें 11 पर्यटक, चल गांव में पोस्टमार्टम करने गई स्वास्थ्य टीम के चार सदस्य और तीन स्थानीय नागरिक शामिल हैं। डीएम ने दो लोगों की मेडिकल टीम को हेलीकॉप्टर से दुग्तु गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाने के लिए भेजा।
बारिश के कारण सड़क बंद होने से दारमा घाटी में पर्यटकों 10 कारें और इतने ही दोपहिया वाहन फंसे हैं। वाहन लाने के लिए फिलहाल कोई व्यवस्था नहीं होने से पर्यटक अपने वाहनों की चाबी ग्रामीणों को सौंप आए हैं। पर्यटकों ने ग्रामीणों से सड़क खुलने पर वाहनों को धारचूला पहुंचाने का अनुरोध किया है।
पीएम मोदी ने सीएम से फोन पर की बात
पीएम नरेंद्र मोदी ने आपदा को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर आत की। उन्होंने राज्य के आपदा प्रभावित हिस्सों में चल रहे बचाव और राहत कार्यों की जानकारी ली।