संघ सेवा गाथा : कैंप लगाकर प्रवासी मजदूरों को मदद कर रहे स्वंसेवक

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रांची (विसंकें) : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों की ओर से जरूरतमंदों को भोजन कराने के साथ-साथ एनएच पर कैंप लगाकर प्रवासी मजदूरों को मदद करने का काम लगातार जारी है. इस काम में सहयोग करने के लिए झारखंड के प्रांत प्रचारक रविशंकर भी लगातार पहुंच रहे हैं और पूरे अभियान की निगरानी कर रहे हैं. विश्वास इतना बढ़ा है कि बाहर से आने वाले लोग स्वयंसेवकों से संपर्क कर रहे हैं. रविवार को दिल्ली से पहुंचे दो दृष्टिहीन विद्यार्थियों को उनके घरों तक पहुंचाने का काम स्वयंसेवकों ने किया. इस काम से उनके परिवार वाले बड़े खुश हुए. उन्‍होंने कहा कि आज तक संघ के बारे में सुनता था, देख भी लिया.

झारखंड के दो मेधावी दृष्टिहीन छात्र दिल्ली के दृष्टिहीन महाविद्यालय में एमए की पढ़ाई कर रहे हैं. ये हैं, खूंटी जिले के लोधमा कला निवासी गुन्नू कुजूर एवं रांची जिला के अंतर्गत राहे निवासी मृत्युंजय महतो. लॉकडाउन को लेकर कॉलेज एवं छात्रावास बंद कर देने के कारण सभी दृष्टिहीन छात्रों को अपने घर जाने का निर्देश दिया गया. ट्रेन चलने के बाद रांची के दोनों छात्र रविवार को राजधानी स्पेशल ट्रेन से रांची पहुंचे. यहां से घर जाने के लिए राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के झारखंड के महासचिव जयराम प्रधान, जो चक्रधरपुर के हैं, उनसे मदद मांगी. जयराम ने जिला प्रशासन के पदाधिकारियों से संपर्क साधा, पर लोगों ने हाथ खड़े कर दिए. फिर रांची में संघ के स्वयंसेवक अक्षय सिंह से संपर्क किया. उन्होंने रांची विभाग सेवा प्रमुख कन्हैया कुमार को सारी बात बताई. फिर वीरेंद्र त्रिपाठी के एंबुलेस से दोनों छात्रों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचा दिया गया.

कार्यकर्ता फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिए लगा रहे निशान

सेवा भारती के कार्यकर्ता पिछले 58 दिनों से जरूरतमंदों को भोजन कराने के साथ-साथ अब बैंकों, सब्जी बाजार, होटल, मंदिर, दवा दुकान, एटीएम आदि के बाहर फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिये निशान लगाना भी शुरू किया है. दो गज दूरी पर गोल घेरे बनाए जा रहे हैं. रविवार को बिरसा चौक और हिनू चौक के पास 45 स्थानों पर घेरे बनाए गए.

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