नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर तमीम बिन हमाद अल थानी के बीच बैठक हुई। इस उच्च स्तरीय बैठक में दोनों देशों का प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हुआ। इससे पहले कतर के अमीर तमीम बिन हमाद अल थानी का मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान कतर के अमीर को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। अमीर अल थानी का राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने स्वागत किया। इसके बाद अमीर तमीम बिन हमाद अल थानी को सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों से मिलवाया गया। कतर के अमीर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ भी बैठक करेंगे। राष्ट्रपति भवन में कतर के अमीर के सम्मान में भोज का भी आयोजन किया जाएगा।
पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पर किया था कतर के अमीर का स्वागत
अमीर अल-थानी कल यानी 17 फरवरी की रात को भारत पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर खुद कतर के अमीर का स्वागत करने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे थे। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे। कतर के अमीर 17 फरवरी को दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य भारत और कतर के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है। साल 2024 के अंत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कतर का दौरा किया था। यहां उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी से मुलाकात की थी। यह एक साल में उनकी चौथी कतर यात्रा थी।
सोमवार को दोनों देशों के बीच दो समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी हुए। इस दौरान भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और कतर के वाणिज्य और उद्योग मंत्री शेख फैसल बिन थानी भी मौजूद रहे। ये समझौता ज्ञापन दोनों देशों के बीच साझा व्यापार से जुड़े हैं। पीयूष गोयल ने इस दौरान कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश की बड़ी संभावनाएं हैं। कतर के अमीर के साथ प्रतिनिधिमंडल में कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी भारत दौरे पर आए हैं। इससे पहले मार्च 2015 में कतर के अमीर ने भारत का दौरा किया था। कतर में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं और कतर के विकास में भारतवंशी समुदाय की अहम भूमिका है।